दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ने का व्यापक असर दिखने लगा है. टैरिफ को लेकर शुरू हुए तनाव के बीच पहली गाज गिरी है दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के उन सैकड़ों कर्मचारियों पर, जो चीन में काम कर रहे हैं. कंपनी ने उन सभी कर्मचारियों को अन्य देशों में रिलोकेट होने के लिए कहा है.


इन देशों में शिफ्ट होने का विकल्प


वाशिंगटन जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट ने चीन में काम कर रहे लगभग 700 से 800 कर्मचारियों को अन्य देशों में रिलोकेट होने के लिए कहा है. उनमें से ज्यादातर कर्मचारी चीन के नागरिक हैं. कंपनी ने प्रभावित कर्मचारियों को अमेरिका, आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया या न्यूजीलैंड में शिफ्ट होने का विकल्प दिया है.


अमेरिका ने उठाया ये कदम


माइक्रोसॉफ्ट ने यह कदम अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव को देखकर उठाया है. दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की सरकार ने चीन के कई उत्पादों पर भारी-भरकम टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. ये टैरिफ इलेक्ट्रिक व्हीकल, बैटरी, पीपीई किट, मेडिकल ग्लव्स, फेस मास्क, इंजेक्शन में इस्तेमाल होने वाले सिरींज और नीडल, नेचुरल ग्रेफाइट जैसे मिनरल्स समेत कई उत्पादों पर लगाए गए हैं. टैरिफ की दरें 25 फीसदी से 100 फीसदी तक हैं. इन टैरिफ से चीन से अमेरिका जाने वाले लगभग 18 बिलियन डॉलर के उत्पादों पर असर होने के अनुमान दिए जा रहे हैं.


पहले भी हो चुका है विवाद


अमेरिका के इस कदम के बाद चीन के द्वारा जवाबी कार्रवाई की जा सकती है. इससे पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में भी दोनों बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध हो चुका है, जिसमें दोनों देशों ने एक-दूसरे के अरबों डॉलर के उत्पादों पर भारी-भरकम टैरिफ लगाया था. दोनों बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ने से एक-दूसरे के बाजारों में काम कर रही अमेरिकी-चीनी कंपनियों पर सीधा असर होता है.


चीन में प्रमुख आरएंडडी सेंटर


माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि चीन में काम कर रहे कर्मचारियों के रिलोकेट होने से क्षेत्र को लेकर उसकी प्रतिबद्धता और चीन में परिचालन जारी रखने की उसकी नियत पर कोई असर नहीं पड़ता है. चीन कई अमेरिकी कंपनियों के लिए सबसे बड़े बाजारों में एक है, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट के अलावा एप्पल और टेस्ला जैसी कंपनियां भी शामिल हैं. माइक्रोसॉफ्ट चीन में 1992 से अपनी सेवाएं दे रही है और करीब 2 दशक से चीन में उसके ऑफिस खुले हुए हैं. माइक्रोसॉफ्ट का अमेरिका से बाहर सबसे बड़ा आरएंडडी सेंटर चीन में ही है.


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