टेक जगत की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं के बाधित होने का असर शुक्रवार को पूरी दुनिया में महसूस किया गया. माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज 10 समेत कॉरपोरेट में लोकप्रिय कई क्लाउड सर्विसेज के डाउन होने का ऐसा विश्वव्यापी असर हुआ कि लोग घटना को एक तरह से ग्लोबल टेक लॉकडाउन बताने लग गए. हालांकि इतने बड़े वैश्विक संकट में भी भारतीय शेयर बाजारों के काम-काज पर कोई असर नहीं हुआ.
एक्सचेंज और क्लियरिंग कॉरपोरेशन बेअसर
प्रमुख शेयर बाजार एनएसई के साथ मिलकर सभी भारतीय एक्सचेंज ने शनिवार की सुबह इस बारे में एक आधिकारिक बयान जारी किया. बयान में कहा गया- 19 जुलाई 2024 को माइक्रोसॉफ्ट के सिस्टम में ग्लोबल आउटेज आया. उस आउटेज से दुनिया भर में विभिन्न सेक्टरों पर असर पड़ने की खबरें सामने आईं. भारत में सभी एक्सचेंज और क्लियरिंग कॉरपोरेशन ने बिना किसी असर के काम किया.
गिने-चुने ट्रेडिंग पार्टनर्स पर असर
हालांकि संयुक्त बयान में कुछ ट्रेडिंग मेंबर के काम पर आंशिक असर पड़ने की बात बताई गई. बयान के अनुसार, 14 सौ से ज्यादा ट्रेडिंग मेंबर वाले इकोसिस्टम में सिर्फ 11 ट्रेडिंग मेंबर ने काम पर असर पड़ने की जानकारी दी, जिसे या तो कल ही सही कर लिया गया या सही किया जा रहा है. कुल मिलाकर भारतीय प्रतिभूति बाजार में एक्सचेंज या क्लियरिंग कॉरपोरेशन को ट्रेडिंग या क्लियरिंग से जुड़ी गतिविधियों में कोई खास परेशानी नहीं हुई.
कल प्रवक्ताओं ने दी थी ये जानकारी
इससे पहले दोनों प्रमुख शेयर बाजारों एनएसई और बीएसई के प्रवक्ता ने शुक्रवार को भी बताया था कि माइक्रोसॉफ्ट आउटेज से उनके काम पर असर नहीं हुआ है. बीएसई के प्रवक्ता ने कहा था कि उनके प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग में कोई दिक्कत नहीं आई. बीएसई का काम पूरे दिन सामान्य तरीके से चलता रहा. एनएसई के प्रवक्ता ने भी ऐसी ही बात कही थी और बताया था कि एनएसई व एनसीएल ने आज (शुक्रवार को) भी सामान्य दिनों की तरह काम किया.
चपेट में आया लंदन स्टॉक एक्सचेंज
यह बात इस कारण अहम हो जाती है, क्योंकि शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट के सिस्टम में आउटेज के चलते कारोबार की दुनिया ने बड़ा असर महसूस किया. कई कंपनियों का काम-काज पूरी तरह से ठप हो गया. उनमें कुछ प्रमुख वैश्विक शेयर बाजार भी शामिल रहे. दुनिया के सबसे बड़े व सबसे प्रमुख बाजारों में गिने जाने वाले लंदन स्टॉक एक्सचेंज का काम भी कल प्रभावित हुआ. लंदन स्टॉक एक्सचेंज के वर्कस्पेस न्यूज और डेटा प्लेटफॉर्म से जुड़ी सेवाएं इसके चलते प्रभावित हुईं.
भारत में इन ट्रेडिंग कंपनियों पर असर
भारत की बात करें तो जिन चुनिंदा ट्रेडिंग पार्टनर्स के काम पर असर पड़ने की बात कही जा रही है, उनमें एंजल वन, 5पैसा, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, नुवामा, मोतीलाल ओसवाल आदि शामिल हैं. हालांकि एनएसई के द्वारा जारी संयुक्त बयान में किसी का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन एंजल वन, 5पैसा, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, नुवामा, मोतीलाल ओसवाल आदि ने शुक्रवार को खुद ही काम पर असर पड़ने की जानकारी दी थी.
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