Middle Class Taxpayers: मोदी सरकार के सबसे बड़े समर्थक ने दिखा दिया आईना! बोले- मिडिल क्लास टैक्सपेयर्स हैं NDA से दुखी
Income Tax Relief: टीवी मोहनदास पई ने प्रधानमंत्री मोदी से बजट में टैक्सपेयर्स पर से टैक्स का बोझ कम करने की मांग की है.
Union Budget 2025-26: मोदी सरकार (Modi Government) के बड़े समर्थकों में से एक और इंफोसिस (Infosys) के पूर्व सीएफओ रहे टीवी मोहनदास पई (TV Mohandas Pai ) ने एक फरवरी 2025 को पेश होने वाले बजट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कई सुझाव दिए हैं. उन्होंने कहा, ये मिडिल क्लास एनडीए सरकार से दुखी है इसके बावजूद उन्होंने आपको वोट किया है. मोहनदास पई ने प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री से लंबे समय से परेशान मिडिल क्लास इनकम टैक्सपेयर्स को बजट में राहत देने की मांग की है.
NDA से मिडिल क्लास है परेशान!
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर टीवी मोहनदास पई ने अपने पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी, वित्त मंत्री सीतारमण, प्रधानमंत्री कार्यालय और वित्त मंत्री को टैग कर प्रधानमंत्री को 2025 के लिए अपनी शुभकामनाओं के साथ संबोधित करते हुए लिखा, इस वर्ष में बड़े रिफॉर्म्स वाले फैसले लें और 2025-26 के बजट से इसकी शुरुआत की जाए. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, मिडिल क्लास (Middle Class) इनकम टैक्सपेयर्स (Income Taxpayers) जो लंबे समय से परेशान है उन्हें राहत दें. वे एनडीए (NDA) से परेशान हैं इसके बावजूद उन्होंने आपको वोट किया है. इंडीविजुअल्स टैक्स कलेक्शन (Individual Tax Collection ) 2020-21 में 4.87 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 10.45 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है यानी 3 सालों में इसमें 114 फीसदी का उछाल आ चुका है. वित्त वर्ष 2024-25 में इंडीविजुअल्स टैक्स कलेक्शन में 22 फीसदी का उछाल आया है और ये इस वित्त वर्ष में 12.5 लाख करोड़ रुपये तक जा सकता है.
@narendramodi @PMOIndia @nsitharaman @FinMinIndia PM Sir, best wishes for 2025- Pl make it a year of Big Reforms-Budget 25-26 should be start.
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) January 1, 2025
Pl give relief to long suffering middle class IT payers. They are very upset with NDA but voted for you. The individual tax collection…
टैक्स स्लैब में बदलाव कर कम करें टैक्स का बोझ
टीवी मोहनदास पई ने पोस्ट में लिखा, भारी भरकम टैक्स के अलावा महंगाई और स्कूल कॉलेजों की ज्यादा फीस होने और इनकम में कम बढ़ोतरी होने के चलते मिडिल क्लास टैक्सपेयर्स के पास खर्च करने के लिए बहुत कम पैसा हाथों में बच रहा है. उन्होंने टैक्स स्लैब को बढ़ाने का सुझाव देते हुए कहा, 5 लाख रुपये तक के आय पर कोई टैक्स नहीं लगना चाहिए. 5-10 लाख रुपये तक के आय पर 10 फीसदी, 10-20 लाख रुपये तक के आय पर 20 फीसदी, और 20 लाख रुपये से ज्यादा आय पर 30 फीसदी से ज्यादा टैक्स नहीं वसूला जाना चाहिए. और 50 लाख रुपये से ज्यादा इनकम पर ही सरचार्ज वसूलना चाहिए. 80डी और 80जी के अलावा कोई डिडक्शन नहीं देना चाहिए.
सीनियर सिटीजंस से नहीं वसूला जाए इनकम टैक्स!
उन्होंने सुझाव दिया कि 60 साल से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटीजंस से 7.5 लाख रुपये से ज्यादा इनकम पर ही टैक्स वसूलना चाहिए और 70 साल से ज्यादा उम्र वाले टैक्सपेयर्स से 10 लाख रुपये तक के आय पर कोई टैक्स नहीं वसूलना चाहिए. साथ ही रिफंड नहीं है तो 5 लाख रुपये तक आय वालों के लिए आयकर रिटर्न भरने की अनिवार्यता को खत्म कर देना चाहिए.
ईमानदार मिडिल क्लास को दें राहत
मोहनदास पई ने प्रधानमंत्री से मिडिल क्लास को राहत देने की मांग करते हुए, 2014 के वादे के मुताबिक टैक्स टेरररिज्म को खत्म करने की मांग की है. उन्होंने ईमानदार मिडिल क्लास को राहत देने की मांग करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार 9 लाख करोड़ रुपये की सब्सिडी निचले पायदान के 60 फीसदी लोगों पर खर्च करती है. लेकिन मिडिल क्लास पर टैक्स का बोझ डाल दिया जाता है जिससे वे गरीब होते जा रहे हैं, उनकी अनदेखी हो रही है और कोई राहत नहीं मिलने से उनका गुस्सा बढ़ता जा रहा है साथ ही कई लोगों के लिए कॉस्ट ऑफ लिविंग बर्दाश्त से बाहर हो चुका है. मोहनदास पाई ने प्रधानमंत्री से मामले में दखल देने और राहत देने की मांग की है.
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