अपनी पहली कमाई से ही करें बचत और निवेश की शुरुआत, मिलेनियल्स के लिए ये हैं 5 गोल्डन रूल्स 


मिलेनियल्स जिन्हें Y जेनरेशन कहा जाता है, कमाई के मामले में बहुत आगे है. खर्च करने का भी इसका अपना अंदाज है. इस पीढ़ी के लोगों में महंगे गैजेट, लग्जरी हॉलीडे और एंटरटेनमेंट पर शाही तरीके से खर्च करना आम बात है. लेकिन जहां तक फाइनेंशियल प्लानिंग और निवेश का मामला है तो ये पिछड़े हुए नजर आते हैं. मिलेनियल्स से जिस स्तर की फाइनेंशियल लिटरेसी की उम्मीद की जाती है, उस पर वे खरे उतरते नहीं दिखते. यहां वे पांच गोल्डन रूल्स हैं, जिनसे मिलेनियल्स निवेश और बचत में इजाफा कर सकेें


1. खर्च का सही हिसाब रखें - युवा पीढ़ी के ज्यादातर लोग जब अपनी कमाई के सुनहरे दिनों होती है तो खर्च का हिसाब नहीं रखते. लेकिन खर्चों का हिसाब रखना जरूरी है. अपने खर्चों को ट्रैक करके ही आप यह अंदाजा लगा पाएंगे कि आप अपने वित्तीय संसाधनों को कहां ज्यादा खर्च कर रहे हैं और कहां कम. इससे आपको एक फाइनेंशियल प्लानिंग में मदद मिलेगी.


2.लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस जरूरी - किसी भी शख्स से लिए लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस जरूरी है. लाइफ इंश्योरेंस आप पर निर्भर रहने वाले लोगों की आर्थिक सुरक्षा के लिए जरूरी है. वहीं हेल्थ इंश्योरेंस आपकी सेहत की सुरक्षा के लिए जरूरी है. भले ही दफ्तर से आपको मेडिकल इंश्योरेंस कवर मिल रहा हो लेकिन अतिरिक्त कवर के तौर पर खुद हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदें क्योंकि इलाज के खर्चे अब काफी बढ़ते जा रहे हैं


3. पीपीएफ और वीपीएफ - नई पीढ़ी के लिए भविष्य की आर्थिक सुरक्षा उतनी ही जरूरी है, जितनी पुरानी पीढ़ी के लिए. इसलिए पीपीएफ में निवेश शुरू करें. यह लंबे समय में एसेट निर्माण के लिए बेहतरीन इंस्ट्रूमेंट है. इस निवेश पर टैक्स नहीं देना होता है और आपके पास लंबे समय में एक अच्छा फंड बन जाता है. वहीं वीपीएफ में पांच लाख रुपये का निवेश बगैर टैक्स देनदारी के होता है.


4. एनपीएस में लगाएं पैसा - एनपीएस रिटायरमेंट फंड के लिए अच्छा निवेश माध्यम है. यह आर्थिक सुरक्षा देता है. 60 साल की उम्र के बाद यानी रिटायरमेंट के बाद आप इसका एक हिस्सा निकाल सकते हैं और बाकी हर महीने आपको एक निश्चित रकम तौर पर मिलती है. एनपीएस के जरिये आप फाइनेंशियल मार्केट जैसे शेयर और डेट में भी निवेश कर सकते हैं और इसके ऊंचे रिटर्न का लाभ ले सकते हैं.


5. म्यूचुअल फंड में निवेश सही है- म्यूचुअल फंड खास कर एसआईपी के जरिये इसमें निवेश आपको एक अनुशासित इनवेस्टर बनाता है. एसआईपी जरिये लंबे समय में एक बड़ा फंड तैयार हो सकता है इससे आप भविष्य के खर्चों के लिए निश्चित रह सकते हैं.


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