प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार (Modi Govt) ने बुधवार को खरीफ फसलों के एमएसपी (Kharif Corps MSP) में एक बार फिर से वृद्धि कर दी. केंद्रीय मंत्रिमंडल की आज हुई बैठक के दौरान इन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) में बढ़ोतरी पर मुहर लगाई गई. इससे देश भर के किसानों को फायदा होने वाला है. मोदी सरकार के 9 सालों को देखें तो इस दौरान खरीफ फसलों के एमएसपी (MSP Hike) में 100 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई है.


दलहनों के समर्थन मूल्य में इतनी वृद्धि


कैबिनेट की मुहर लगने के बाद एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि अरहर यानी तुअर दाल के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 400 रुपये बढ़ाकर अब 7000 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. विपणन वर्ष 2014-15 में अरहर के लिए एमएसपी की दर 4,350 रुपये प्रति क्विंटल थी. इसी तरह मूंग दाल का एमएसपी इस दौरान 4,600 रुपये से बढ़कर 8,558 रुपये प्रति क्विंटल हो गया. उड़द का एमएसपी 2014-15 में 4,350 रुपये था, जो अभी बढ़कर 6,950 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है.


अब इतना हो गया धान का एमएसपी


सबसे प्रमुख खरीफ फसल धान की बात करें तो इसका एमएसपी भी तेजी से बढ़ा है. 2014-15 में यह 1,360 रुपये से 1,530 रुपये प्रति क्विंटल क बीच था, जो अभी बढ़कर 2,183 रुपये से 3,180 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. इसी तरह ज्वार का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2014-15 में 1,400 रुपये 1,530 रुपये प्रति क्विंटल था. अभी यह बढ़कर 3,180 रुपये से 3,235 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है.


मोटे अनाजों के एमएसपी में तेज वृद्धि


मोटे अनाजों के मामले में एमएसपी सबसे तेज गति से बढ़ा है. मोदी सरकार के 9 सालों में बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,250 रुपये से बढ़कर 2,500 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. इसी तरह मक्का और रागी का एमएसपी क्रमश: 1,310 रुपये और 1,550 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 2,090 रुपये से 3,846 रुपये प्रति क्विंटल पर जा पहुंचा है.


इस तरह से बढ़ा तिलहनों का एमएसपी


तिलहनों के मामले में देखें तो सूरजमूखी का एमएसपी 3,750 रुपये से बढ़कर 6,760 रुपये प्रति क्विंटल हुआ है. वहीं मूंगफली का एमएसपी 4,000 रुपये से बढ़कर 6,377 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. इस दौरान सोयाबीन, तिल और काला तिल के लिए एमसपी क्रमश: 2,560 रुपये, 4,600 रुपये और 3,600 रुपये से बढ़कर 4,600 रुपये, 8,635 रुपये और 7,734 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है.


ये भी पढ़ें: अडानी पावर में बना हुआ है पावर, उछलकर बंद हुए अडानी के ज्यादातर शेयर