Mobile Tariff Hike: महंगे मोबाइल टैरिफ का लग सकता है आपको झटका, पर मुकेश अंबानी के जियो की अफोर्डेबल सर्विसेज रहेगी जारी
Mobile Tariff: ब्रोकरेज हाउसेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कंपनियों के रेवेन्यू और मार्जिन पर दबाव बढ़ता जा रहा है जिसके चलते इन टेलीकॉम कंपनियों के पास टैरिफ बढ़ाने का अलावा कोई विकल्प नहीं है.
Mobile Tariff Hike: अभी तक तो लोगों को खाद्य महंगाई परेशान कर रही थी. लेकिन आने वाले दिनों में आपका मोबाइल बिल भी महंगा हो सकता है. टेलीकॉम सेक्टर की दो दिग्गज कंपनी एयरटेल ओर वोडफोन आइडिया अपनी आय बढ़ाने के लिए मोबाइल टैरिफ को महंगा कर सकती हैं. लेकिन इन दो कंपनियों के टैरिफ बढ़ाने के संकेतों के बावजूद देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर रिलायंस जियो ने कहा है कि मोबाइल टैरिफ बढ़ाने का उसका कोई इरादा नहीं है.
एयरटेल का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) 200 रुपये है जिसे कंपनी बढ़ाकर 300 रुपये तक ले जाना चाहती है. वोडाफोन आइडिया का प्रति यूजर रेवेन्यू केवल 142 करोड़ रुपये है. कंपनी को भारी नुकसान भी हो रहा है. मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी को 8738 करोड़ रुपये का तिमाही नुकसान हुआ है जो इसके पहले वर्ष में समान तिमाही में 7840 करोड़ रुपये रहा था. भारी नुकसान के बावजूद बैलेंसशीट को मजबूत करने के लिए कंपनी बढ़ते प्रतिस्पर्धा और ग्राहक खोने के डर से टैरिफ नहीं बढ़ा पा रही है.
हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस जियो ने साफ कर दिया है कि वो मोबाइल टैरिफ में कोई बढ़ोतरी नहीं करेगी. कंपनी कस्टमर्स को अफोर्डेबल सर्विसेज प्रदान करती रहेगी. दरअसल कंपनी की निगाह एयरटेल, वोडाफोन आइडिया, बीएसएनएल और एनटीएनएल के कस्टमर्स पर है जो अभी भी 2जी मोबाइल सर्विसेज उपलब्ध करा रही है. जिसकी कंपनी का 5जी सर्विस अब पूरे देश में उपलब्ध है. रिलायंस जियो ने दूसरी तिमाही के लिए जो नतीजे घोषित किए उसके मुताबिक कंपनी का प्रति यूजर औसत रेवेन्यू 182 रुपये रहा है जो बीते वर्ष समान तिमाही में 177 रुपये रहा था.
5जी सर्विस प्रोवाइड करने में टेलीकॉम कंपनियों ने भारी भरकम निवेश किया है. पिछले दिनों कई ब्रोकरेज हाउसेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कंपनियों के रेवेन्यू और मार्जिन पर दबाव बढ़ता जा रहा है जिसके चलते इन टेलीकॉम कंपनियों के पास टैरिफ बढ़ाने का अलावा कोई विकल्प नहीं है. रिलायंस जियो और भारती एयरटेल देश के कई शहरों में 5जी मोबाइल सेवा लॉन्च कर चुकी है. इन कंपनियों ने 5 स्पेक्ट्रम हासिल करने के लिए मोटा पैसा निलामी में खर्च किया है. जियो टैरिफ नहीं बढ़ाने जा रही है. ऐसे में एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के लिए भी टैरिफ बढ़ाना आसान नहीं होगा.
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