कोरोना काल के इस दौर में नौकरी करने वाले लोगों को पैसों की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई प्राइवेट कंपनियां पिछले कुछ वक्त में कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी है. वहीं कुछ कंपनियों ने कर्मचारियों के वेतन में कटौती की है. जिस वजह से लोगों को पैसों की किल्लत हो रही है. ऐसे में अगर आप लोन लेने पर विचार कर रहे हैं तो ये ऑप्शन आप चुन सकते हैं.
संपत्ति के बदले लोन
संपत्ति के बदले लोन में ब्याज दरें, पर्सनल लोन की तुलना में काफी कम होती हैं. इसके पीछे कारण है कि संपत्ति को लोन की जमानत के तौर पर बंधक रखा जाता है. बैंक संपत्ति लोन में एक लंबी भुगतान अवधि की सुविधा देता है. लोन का कार्यकाल 20 साल तक जा सकता है. संपत्ति के बदले लोन लेने पर संपत्ति के कागजात और उसका कानूनी स्वामित्व, तब तक बैंक के पास रहता है जब तक लोन चुका नहीं दिया जाता. बता दें कि कमर्शियल आवासीय और औद्योगिक संपत्ति के बदले लोन लिया जा सकता है.
गोल्ड लोन
इमरजेंसी में पैसों की परेशानी होने पर gold loan एक बेहतर विकल्प है. गोल्ड लोन की ब्याज दर पर्सनल लोन से कम हो सकती हैं. गोल्ड लोन लेते वक्त किसी भी सर्टिफिकेट या गारंटी की आवश्यता नहीं पड़ती. सोने की गुणवत्ता के आधार पर बैंक लोन की राशि तय करता है. आमतौर पर बैंक सोने के मूल्य के 75 फीसदी तक लोन दे देते हैं और ब्याज दर लगभग 9.10% से शुरू होती है. आप सोना गिरवी रखकर पैसे उधार लेते है, जिस वजह से बेहद कम वक्त में लोन मिल जाता है. लोन लेने से पहले हमेशा ब्याज दरों के बारे में ठीक से जानकारी ले लेनी चाहिए.
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