Rating Upgrade: Moody's ने इसलिए अपग्रेड की Tata Power की रेटिंग्स, जानिए क्या होगा फायदा
Rating Upgrade: रेटिंग एजेंसी Moody's को लगता है कि ये कंपनी आने वाले दिनों में अच्छी खासी कमाई करने को तैयार है.
Rating Upgrade : रेटिंग एजेंसी Moody's ने टाटा पावर को Ba2 रेटिंग दी है और कंपनी का आउटलुक स्टेबल रखा है. एजेंसी को लगता है कि कंपनी आने वाले महीनों में बढ़ते रिन्यूएबल एजर्नी के कारोबार से कमाई करने के लिए तैयार है. टाटा पावर की Ba2 रेटिंग में एक स्टेप ऊपर की ओर बढ़ना शामिल है क्योंकि Moody's के आंकलन के अनुसार कंपनी को अगर जरूरत पड़ी तो उसके प्रमुख शेयरधारक टाटा संस से सपोर्ट मिलने की भी पूरी संभावना है.
टाटा पावर रेटिंग को प्रभावित करने वाले अन्य कारकों में इसके रेगुलेटेड बिजनेस से आने वाला कैश फ्लो, कंपनी के मुंद्रा प्रोजेक्ट के लिए थर्मल कोयले की कीमतें और इंडोनेशियाई कोयला खदानों के साथ बढ़े हुए फाइनेंशिय लीवरेज भी खास तौर पर शामिल हैं.
कंपनी का मुनाफा बढ़ा
टाटा पावर की बढ़ी हुई आय के साथ सितंबर तिमाही 2021-22 के लिए कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा भी 50% बढ़कर 421 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 279 करोड़ रुपये रहा था. मूडीज के वाइस प्रेसिडेंट और सीनियर क्रेडिट ऑफिसर अभिषेक त्यागी (Abhishek Tyagi) के मुताबिक इस रेटिंग को टाटा पावर में टाटा संस लिमिटेड के 45.2% स्वामित्व और कंपनी को समर्थन देने के अपने ट्रैक रिकॉर्ड से भी मदद मिलेगी.
टाटा संस की भी मिलेगी मदद
Moody's द्वारा Stable Outlook इस आधार पर दिया गया है कि रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि टाटा पावर का निहित कारोबार और वित्तीय प्रोफ़ाइल स्टेबल रहेगी और यदि जरूरत पड़ी तो टाटा संस टाटा पावर की मदद भी करेगा. मूडीज ने कहा कि टाटा संस की शेयरधारिता को देखते हुए बीए2 रेटिंग में सीमित जोखिम है.
उन्होंने ये भी साफ तौर पर कहा है कि इस जोखिम को आंशिक रूप से अनुभवी प्रबंधन टीम द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिसे कॉर्पोरेट गवर्नेंस, व्यापार रणनीति और परिचालन और वित्तीय क्षमताओं के क्षेत्रों में अनुभवी बोर्ड सदस्यों द्वारा सहायता प्रदान की जाती है.
भविष्य की रणनीति
दूसरी तिमाही के दौरान ऑपरेशंस से Tata Power की आमदनी 18 फीसदी बढ़कर 9,810 करोड़ रुपये हो गई, जो कि पिछले वर्ष की समान तिमाही में 8,289 करोड़ रुपये थी.टाटा पावर का लक्ष्य रिन्यूवेबल कारोबार को अपने 2030 के लक्ष्य की ओर ले जाना है. खबरों के मुताबिक कंपनी के मैनेजमेंट का मानना है कि वर्तमान में टाटा पावर एंड पोर्टफोलियो की क्लीन एनर्जी में 32 प्रतिशत हिस्सेदारी जो 2030 तक 80 प्रतिशत होने की उम्मीद है.
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