Degree Vs Skills: हर 10 में से 8 भारतीयों की राय... बेकार हो जाएगी डिग्रियां, काम आएगी सिर्फ ये एक चीज!
Future Jobs: एक समय था, जब करियर बनाने के लिए डिग्रियों की वैल्यू बहुत ज्यादा थी और इसके बिना नौकरी मिलना मुश्किल था. अब इस स्थिति में व्यापक बदलाव आ चुका है...
![Degree Vs Skills: हर 10 में से 8 भारतीयों की राय... बेकार हो जाएगी डिग्रियां, काम आएगी सिर्फ ये एक चीज! More than 8 in every 10 Indians think skills are important than degrees latest report Degree Vs Skills: हर 10 में से 8 भारतीयों की राय... बेकार हो जाएगी डिग्रियां, काम आएगी सिर्फ ये एक चीज!](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/05/06/98a2db9067fb3bc76be130a49be27b4d1683362159085685_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
बदलते समय के साथ रोजगार के स्वरूप में भी बदलाव आ रहा है. एक ओर तेजी से बढ़ती आबादी के कारण हर साल वर्कफोर्स (Workforce) में करोड़ों की बढ़ोतरी हो रही है, जिससे बेरोजगारों (Unemployment) की संख्या बेतहाशा बढ़ रही है, दूसरी ओर कंपनियों को शिकायत रहती है कि उन्हें जरूरत होने पर भी काम के हिसाब से काबिल लोग नहीं मिल पाते हैं. कंपनियों का कहना है कि लोगों के पास डिग्रियां तो हैं, लेकिन वे काम के लिए फिट नहीं हैं. एक ताजा सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि डिग्रियों की तुलना में कौशल यानी हुनर (Skill) का महत्व बढ़ रहा है.
डिग्री से ज्यादा इस चीज की वैल्यू
प्रोफेशनल सोशल नेटवर्क लिंक्डइन (LinkedIn) के सर्वे के अनुसार, हर 10 में से 8 से ज्यादा भारतीयों का मानना है कि अब डिग्री से ज्यादा महत्व कौशल का है. सर्वे के अनुसार, रोजगार और नौकरियों के बदले परिदृश्य के हिसाब से अब ज्यादातर भारतीय डिग्रियों की तुलना में कौशल को तरजीह दे रहे हैं, ताकि उन्हें आसानी से रोजगार के मौके मिल सकें.
कम हो गया है डिग्रियों का महत्व
सर्वे में 82 फीसदी भारतीय पेशेवरों ने माना कि अगर लोगों के पास स्किल यानी कौशल है तो बिना डिग्री या अनुभव के भी आसानी से उन्हें काम मिल जाता है. कंपनियां अब ऐसे पेशेवरों को नौकरी दे रही हैं, जिनके पास भले ही डिग्री या काम करने का पुराना अनुभव न हो, लेकिन कंपनी की जरूरत के हिसाब से उपयुक्त हुनर हो. वहीं 76 फीसदी पेशेवरों ने बताया कि अब नौकरी के लिए डिग्रियों का महत्व कम हुआ है.
आने वाले समय में होगा ये बदलाव
लिंक्डइन ने बताया कि साल 2015 के बाद नौकरी के लिए नए कौशल को सीखने की प्रवृत्ति में तेजी आई है. अब करीब 30 फीसदी ज्यादा लोग कौशल की तरफ बढ़ रहे हैं. सर्वे में 84 फीसदी भारतीय पेशेवरों ने माना कि आने वाले समय में उन लोगों को आसानी से नौकरी मिलेगी, जिनके पास कई तरह के कौशल होंगे और कई प्रकार के काम करने का अनुभव होगा. वहीं किसी खास काम को करने के लिए ली गई डिग्री की वैल्यू कम होती जाएगी और ऐसे लोगों को काम की तलाश करने में दिक्कतों का सामना करना होगा.
नौकरी बचाने के लिए ये काम जरूरी
सर्वे में शामिल हुए पेशेवरों में से ज्यादातर ने माना कि बदलते दौर में नौकरी बचाए रखने के लिए भी कौशल जरूरी हो गया है. करीब 87 फीसदी पेशेवरों ने इस बात पर सहमति जताते हुए कहा कि अगर अब लोगों को अपनी नौकरी बचानी है तो अपस्किलिंग (Upskilling) यानी कौशल को बढ़ाना जरूरी हो गया है. जो नई चीजें सीखना जारी रखेंगे, उनके लिए मौके बने रहेंगे.
ये भी पढ़ें: अब बर्बादी की दहलीज पर यह अमेरिकी बैंक, 50 फीसदी गिरे शेयर
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)