Mother's Day Financial Planning: इस मदर्स डे पर जानें सिंगल मदर्स कैसे करें अपने व संतान के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग
Mother's Day Financial Planning Tips: आज मदर्स डे के दिन हम बता रहे हैं कि सिंगल मदर या वर्किंग मदर कैसे अपने बच्चों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग कर सकती हैं और उनको आर्थिक दिक्कतों से बचा सकती हैं.
Mother's Day Financial Planing Tips: आज मदर्स डे है और आज के दिन अपनी मां के लिए उनकी संतान आभार व्यक्त करती हैं, उन्हें उपहार देती हैं, फूलों व मिठास को देकर आज का दिन खुशगवार बनाती हैं. आज के दिन मां को अपने बच्चों से विशेष प्यार मिलता है और बच्चे भी अपनी मां के लिए अपना प्यार अलग-अलग तरीकों से बयां करते हैं. आज के दिन हम आपको बता रहे हैं कि कैसे सिंगल मदर्स अपनी संतान के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करें जिससे उनकी संतान का भविष्य सुरक्षित रहे और वो आर्थिक कमी से ना जूझें.
सिंगल मदर्स के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग टिप्स
नौकरीपेशा हैं तो कमाई को 3 हिस्सों में बांटें
नौकरीपेशा सिंगल मदर के लिए जरूरी है कि वो अपनी कमाई को तीन हिस्सों में बांटें और उन हिस्सों का उसी मद में उपयोग करें. पहला हिस्सा घर के सभी खर्चों के लिए रखें और उसका अलग बजट बनाएं. इसमें आपके महीने के खर्च और रेगुलर एक्सपेंस का हिस्सा शामिल होना चाहिए और सारे खर्च इसमें सम्मिलित रूप से आ जाने चाहिए. महीने का राशन, ग्रॉसरी, फल, सब्जियां, बच्चे की फीस, बस की फीस, ट्यूशन फीस से लेकर स्कूल के अन्य खर्चों के लिए भी इसमें पूरी व्यवस्था होनी चाहिए.
कमाई के दूसरे हिस्से को बच्चे और अपने भविष्य के लिए सुरक्षित रखें
सिंगल मदर को इस बात का भी ख्याल रखना होता है कि उन्हें आगे चलकर अपनी संतान और अपने खुद के लिए भी अच्छी खासी रकम की जरूरत पड़ेगी जिसका इंतजाम शुरुआत से ही करना होगा. अपनी नौकरी के शुरुआती दिनों और करियर के सबसे अच्छे दिनों में तो इस मद के लिए आपको अच्छी खासी रकम सुरक्षित रखने का मौका मिलेगा तो इसमें देर ना करें. बच्चों की भविष्य की पढ़ाई, नौकरी और शादी जैसी जिम्मेदारियों से निपटने के लिए आपको इसका इंतजाम पहले से ही करना होगा. हर महीने कुछ रकम अपनी कमाई में से इन खर्चों के लिए रखें और चिंतामुक्त हो जाएं.
आकस्मिक या इमरजेंसी खर्चों का इंतजाम करना ना भूलें
जिंदगी में इमरजेंसी खर्चे कभी भी आ सकते हैं जो किसी बड़ी घटना के खर्चें के रूप में सामने आ सकते हैं. कोई दुर्घटना या तबीयत खराब होने की स्थिति आपकी या आपकी संतान-किसी के भी साथ हो सकती है. ऐसे खर्चों से निपटने के लिए आपको एक कोष जरूर सुरक्षित रखना चाहिए. खास बात ये है कि इस मद के लिए रखे गए खर्चों को आप भूलकर भी सामान्य परिस्थितियों में ना निकालें. अगर आपको इस मद में जमा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है तो बहुत अच्छी बात है और इसके जमा होने से आपके पास
एक अच्छा और बड़ा कोष भी इकट्ठा हो जाएगा जिसको इस्तेमाल आप भविष्य में बड़ी जिम्मेदारियों को पूरा करते समय कर सकते हैं.
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