Mark Zuckerberg से अमीर हुए मुकेश अंबानी और Gautam Adani, जानें कल ऐसा क्या हुआ कि Meta के फाउंडर रह गए पीछे
Mukesh Ambani & Gautam Ambani Richer then Mark Zuckerberg: कल कुछ ऐसा हुआ कि दुनिया के टॉप 10 अमीरों की लिस्ट में शामिल मार्क जुकरबर्ग भारतीय बिलेनियर मुकेश अंबानी और गौतम अडानी से पीछे हो गए.
Meta Shares Plunge: मार्क जुकरबर्ग के लिए 3 फरवरी का दिन एक बुरे सपने की तरह साबित हुआ जब Meta (पहले फेसबुक) के शेयरों में कल यानी गुरुवार को 26 फीसदी की भारी-भरकम गिरावट दर्ज की गई. इसके चलते फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) की कंपनी मेटा को 200 अरब डॉलर का नुकसान हुआ.
मुकेश अंबानी और गौतम अडानी से पीछे हुए मार्क जुकरबर्ग
एक और बड़ी बात ये है कि इसके चलते मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) की संपत्ति में 29 बिलियन डॉलर की जबरदस्त गिरावट आई और वो 2015 के बाद पहली बार दुनिया के शीर्ष 10 सबसे धनी लोगों से बाहर हो गए. टॉप 10 लिस्ट में से बाहर होने के चलते वो अमीरों की सूची में भारतीय बिलेनियर मुकेश अंबानी और गौतम अडानी से पीछे हो गए गए हैं.
घटकर इतनी हो गई मार्क जुकरबर्ग की संपत्ति
गुरुवार को मेटा शेयरों में गिरावट के बाद इसके ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स (बीबीआई) के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार जुकरबर्ग की संपत्ति 2 फरवरी को घटकर 97 अरब डॉलर हो गई, जो पहले 120.6 अरब डॉलर थी.
एलन मस्क ने भी जनवरी में झेला था नुकसान
संपत्ति में इतनी भारी गिरावट देखने वाले एकमात्र अन्य व्यक्ति एलन मस्क ( Elon Musk) हैं. उन्होंने नवंबर 2021 में टेस्ला इंक के शेयरों में गिरावट के बाद $ 35 बिलियन का नुकसान झेला था. मस्क को जनवरी में भी 25.8 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था.
भारत को लेकर कंपनी की तरफ से भी आया था बयान
भारत में डेटा कीमतों में बढ़ोतरी से दिसंबर, 2021 की तिमाही में मेटा (पूर्व में फेसबुक) की उपयोगकर्ता वृद्धि सीमित रही है. सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह बात कही. दूरसंचार कंपनियों भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो ने दिसंबर तिमाही में अपनी मोबाइल सेवा दरों में 18 से 25 फीसदी की वृद्धि की है.
दिसंबर, 2021 की तिमाही में मेटा का मुनाफा आठ फीसदी घटकर 10.28 अरब डॉलर रह गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 11.21 अरब डॉलर रहा था. मेटा के मुख्य वित्त अधिकारी डेव वेनर ने कहा कि फेसबुक के प्रयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि कई कारकों से प्रभावित हुई है. भारत में डेटा पैकेज के मूल्य बढ़ने की वजह से वृद्धि प्रभावित हुई है.
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