Future Retail: कर्ज में डूबी इस कंपनी को खरीदने के लिए आमने सामने अंबानी-अडानी, रेस में जिंदल ग्रुप समेत 49 खरीदार
Future Retail Firm: फ्यूचर रिटेल को खरीदने के लिए अडानी अंबानी समेत 49 खरीदारों ने दिलचस्पी दिखाई है. रिलायंस ग्रुप के पास बिग बजार के 835 स्टोर हैं.
Mukesh Ambani vs Gautam Adani: भारी कर्ज में डूबी कंपनी बिग बाजार वाली फ्यूचर रिटेल एक बार फिर बिकने के लिए तैयार है. इसे खरीदने के लिए बड़े-बड़े दिग्गज रेस में शामिल हो चुके है. मुकेश अंबानी से लेकर गौतम अडानी, जिंदल ग्रुप और अन्य 46 कंपनियों ने इसे खरीदने के लिए एप्पलीकेशन फाइल किया है. अडानी-अंबानी के किशोर बियानी के नेतृत्व वाली कंपनी फ्यूचर रिटेल को खरीदने की रेस में शामिल होने से मुकाबला दिलचस्प हो होगा. वहीं ये खबर आने के बाद इस कंपनी के शेयरों में सोमवार को उछाल देखा गया और शेयर 4.17 फीसदी चढ़कर 2.40 रुपये पर पहुंच गए.
रिलायंस ग्रुप ने फ्यूचर रिटेल के देशभर में 835 स्टोर पर कब्जा कर लिया था, जिसके एक साल बाद कंपनी के पास एक स्माल हिस्सा बिक्री के लिए बच गया है. कंपनी ने बताया है कि इसके लिए 49 नए बोलीदाताओं की ओर से आवेदन आए हैं. फरवरी 2022 के दौरान मुकेश अंबानी की कंपनी ने बिग बाजार के इन स्टोर को खरीदा था और अब इन्हें स्मार्ट स्टोर में बदल दिया है.
मुकेश अंबानी के साथ नहीं हुई डील
रिलायंस ग्रुप ने फ्यूचर रिटेल को 24,713 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए तैयार हो गया था, लेकिन बाद में अमेजन ने इसपर आपत्ति जाहिर की थी. अमेजन का फ्यूचर ग्रुप में निवेश है, जिस कारण ये डील नहीं हो पाई और अभी मामला मुकदमेबाजी में फंसा हुआ है.
फ्यूचर रिटेल के डील को लेकर कई ग्रुप में डिवाइड किया गया है. पहले कलस्टर में विशेष खुदरा रिटेल बिजनेस शामिल है. दूसरे कलस्टर में टीएनएसआई रिटेल में एफआरएल की हिस्सेदारी है. कलस्टर थर्ड में फूडहॉल बिजनेस है. ऐसे ही कुल पांच कलस्टर में बांटा गया है.
फ्यूचर रिटेल पर कितना कर्ज
कभी देश का दूसरा सबसे बड़ा रिटेल स्टोर होने के बाद आज फ्यूचर ग्रुप पर भारी कर्ज है. इसपर अलग-अलग देनदारों के 21 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है. पिछले साल रिलायंस ने 835 स्टोरों पर कब्जा करने में कामयाबी हासिल की थी, जिससे बकाया किराया 4,800 करोड़ रुपये तक जमा हो गया था.
कौन-कौन है इस रेस में
कंपनी को खरीदने के लिए कई बड़ी-बड़ी कंपनियां शामिल हो रही हैं. इसमें अडानी अंबानी के अलावा, जिंदल ग्रुप, गॉर्डन ब्रदर्स और डब्लूएच स्मिथ जैसी कई दिग्गज फर्म हिस्सा ले रहे हैं.
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