Reliance Jio Listing: देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की टेलीकॉम कंपनी जियो 2025 स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग हो सकती है. ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस जेफरीज ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के लेकर रिसर्च नोट जारी किया है जिसमें ये बातें कही गई है. ब्रोकरेज हाउस ने कहा कि ज्यादा संभावना इस बात की है कि प्रमोटर जियो को पैरेंट कंपनी से डिमर्जर कर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट करा सकते हैं. 


RIL के स्टॉक पर दिखेगा जियो की लिस्टिंग का असर


जेफरीज के मुताबिक जियो की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग होने पर कंपनी को 112 बिलियन डॉलर का वैल्यूएशन मिल सकता है. अगर जियो को रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग कर लिस्ट कराया गया तो कंपनी का स्टॉक 3580 रुपये तक जा सकता है यानि निवेशकों को मौजूद लेवल से 15 फीसदी का रिटर्न मिलने की संभावना है. आज के ट्रेड में रिलायंस के स्टॉक इस रिपोर्ट के बाद 0.87 फीसदी के उछाल के साथ 3194.40 रुपये पर कारोबार कर रहा है. 


क्या आएगा रिलायंस जियो का आईपीओ? 


जेफरीज ने अपनी रिपोर्ट में इस संभावना को टटोलने की कोशिश की है कि जियो की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग आईपीओ जारी कर की जाएगी या फिर रिलांयस इंडस्ट्रीज से जियो को अलग कर उसे लिस्ट कराया जाएगा. इसी को लेकर जेफरीज ने जियो की संभावित लिस्टिंग - स्पिन ऑफ या आईपीओ के जरिए नाम से रिसर्च रिपोर्ट जारी किया है. इस रिपोर्ट में आईपीओ रूट से जियो की लिस्टिंग को लेकर कहा गया कि, जियो में 33.7 फीसदी माइनॉरिटी शेयरहोल्डिंग है जो आईपीओ की जरुरतों को पूरा करता है ऐसे में रिलायंस 10 फीसदी स्टेक को लिस्ट कर सकता है. साथ ही जियो अपने कैपेक्स फेज से आगे निकल चुका है ऐसे में पूरा आईपीओ माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स की ओर से ऑफर फॉर सेल हो सकता है. 


आईपीओ में 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखना होता है ऐसे में रिटेल निवेशकों की ओर से आईपीओ में बड़ी भागीदारी की दरकार होगी. और जो रिटेल हिस्सा सब्सक्राइब नहीं हो पाया उसे संस्थागत और गैर-संस्थागत निवेशकों को अलॉट किया जा सकता है. इससे रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास जियो में मैजोरिटी कंट्रोल स्टेक बना रहेगा. 


इस नोट में जेफरीज ने कहा, जिस प्रकार जियो ने मोबाइल टैरिफ बढ़ाने में पहल की है उससे स्पष्ट है कि कंपनी को फोकस मॉनिटाइजेशन और सब्सक्राइबर्स के मार्केट शेयर में बढ़ोतरी करना शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक मोबाइल टैरिफ हाइक के बाद 2025 में जियो की पब्लिक लिस्टिंग की संभावना बढ़ गई है. जेफरीज ने कहा, रिलायंस इंडस्ट्रीज जियो के आईपीओ के जरिए या 2023 में जिस प्रकार जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का डिमर्जर कर लिस्ट कराया गया ठीक उसी प्रकार जियो को रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग कर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट करा सकती है. 


जियो का होगा रिलायंस से डिमर्जर


जेफरीज के मुताबिक अलग रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जियो को पैरेंट कंपनी से अलग कर डिमर्जर का फैसला लेती है तो जियो कि प्राइस डिस्कवरी के बाद उसे एक्सचेंज पर लिस्ट कराया जा सकता है जैसे जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के मामले में देखा गया था. रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरधारकों को उनके पास मौजूद रिलायंस के शेयर के अनुपात में जियो के शेयर अलॉट किए जायेंगे. इससे होल्डिंग कंपनी के डिस्काउंट से बचा जा सकेगा साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरधारकों के लिए बेहतर वैल्यू अनलॉकिंग करने में मदद मिलेगी. लिस्टिंग के बाद प्रमोटर होल्डिंग घटकर 33.3 फीसदी पर आ जाएगी. हालांकि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की लिस्टिंग पर प्रमोटर स्टेक घटकर 45.8 फीसदी पर आ गया था.


रिलायंस इंडस्ट्रीज और जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के स्टॉक के जोरदार प्रदर्शन करने के बाद इस बात की संभावना ज्यादा नजर आ रही है कि प्रमोटर जियो को स्पिन ऑफ यानि पैरेंट कंपनी से अलग कर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट करा सकते हैं.   


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