मुकेश अंबानी अब डिजिटल कंटेंट कारोबार में उतरेंगे, नेटफ्लिक्स के साथ होगा करार


डिजिटल कंटेंट की बेतहाशा बढ़ी रही मांग को भुनाने के लिए मुकेश अंबानी ने बड़ी तैयारी की है. खबर है कि उनकी कंपनी ओटीटी सर्विस नेटफ्लिक्स के साथ करार कर सकती है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली मीडिया कंपनी नेटवर्क -18 नेटफ्लिक्स के लिए डिजिटल कंटेंट तैयार कर सकती है. वह इस वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस कंपनी के लिए कई वेब सीरीज बनाने की तैयारी में है. रॉयटर्स के मुताबिक इस बारे में नेटफ्लिक्स की बातचीत वायाकॉम-18 से हो रही है जिसकी नेटवर्क-18 के साथ भागीदारी है.


नेटफ्लिक्स के सब्सक्राइवर बेस का फायदा मिलेगा


दरअसल भारत में हिंदी और दूसरी क्षेत्रीय भाषाओं में डिजिटल कंटेंट की मांग बढ़ी है. वायाकॉम इस मार्केट को भुनाना चाहती है. यहां इसका मुकाबला अमेजन और वॉल्ट डिजनी से है. इसलिए वह नेटवर्क 18 के साथ मिलकर नेटफ्लिक्स के लिए वेब सीरीज बनाने की योजना बना रही है. नेटफ्लिक्स की दर्शकों की संख्या भारत में तेजी से बढ़ रही है. 2018 में कंपनी ने कहा था उसका इरादा भारत में कम से कम दस करोड़ सब्सक्राइबर बनाने का है.नेटवर्क 18 और नेटफ्लिक्स के बीच करार से दोनों को फायदा हो सकता है. इससे नेटफ्लिक्स की सर्विस का दायरा बढ़ेगा और दूसरी ओर नेटवर्क-18 को रेवेन्यू बढ़ाने का मौका मिलेगा. विज्ञापन घटने और कोरोना वायरस संक्रमण के असर की वजह से कंपनी का रेवेन्यू काफी प्रभावित हुआ है.


डिजिटल कंटेंट कारोबार में मजबूत तैयारी


इस बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियो प्लेटफॉर्म को लगातार नए निवेशक मिल रहे हैं. इसमें अब तक नौ निवेशकों ने हिस्सेदारी की है और इसमें बाहरी निवेशक 1 लाख ढाई हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर चुके हैं. मुकेश अंबानी को अपने रिलायंस समूह को कैश रिच बनाना है. साथ ही यह डिजिटल बिजनेस में काफी आक्रामकता के साथ आगे बढ़ने का इरादा रखती है. यही वजह है कि यह डिजिटल कंटेंट में ज्यादा से ज्यादा हाथ आजमाना चाहती है.