Mukesh Ambani: अगले 3 साल कहां पैसा लगाएंगे मुकेश अंबानी, रिपोर्ट से मिली जानकारी
Goldman Sachs: गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अभी तक हाइड्रोकार्बन और टेलीकॉम सेक्टर में मुकेश अंबानी तगड़ा निवेश करते रहे हैं. अब वह जल्द रिटर्न देने वाले बिजनेस पर ज्यादा निवेश करेंगे.
Goldman Sachs: देश के सबसे अमीर इंसान और रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अभी तक हाइड्रोकार्बन और टेलीकॉम सेक्टर पर विशेष ध्यान दिया है. अब रिलायंस ग्रुप (Reliance Group) का फोकस रिटेल और न्यू एनर्जी रहने वाला है. गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि आने वाले 3 साल में कंपनी इन सेक्टर में विशेष ध्यान देने वाली है. पिछले 10 साल में कंपनी ने हाइड्रोकार्बन और टेलीकॉम बिजनेस को आगे बढ़ाने पर लगभग 125 अरब डॉलर का निवेश किया है. अब मुकेश अंबानी नए सेक्टर्स में पैसा लगाएंगे.
5 जी को फैलाकर दाम बढ़ाना चाहती है कंपनी
गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि रिलायंस ग्रुप ने वित्त वर्ष 2013 से 18 तक ऑयल से लेकर केमिकल बिजनेस में लगभग 30 अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट किया है. इसके अलावा लगभग 60 अरब डॉलर वित्त वर्ष 13 से 24 तक टेलीकॉम बिजनेस में 4 जी और 5 जी को आगे बढ़ाने में खर्च किए हैं. कंपनी की योजना है कि 5 जी को पूरे देश में फैलाकर सेवाओं के दाम बढ़ाए जाएं. वह टेलीकॉम बिजनेस को जबरदस्त कैश पैदा करने वाले कारोबार में तब्दील करना चाहते हैं. फिलहाल कंपनी के लिए दुधारू गाय उसका रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल बिजनेस है.
रिटेल और न्यू एनर्जी में में जल्दी विकास संभव
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रिटेल (Reliance Retail) और न्यू एनर्जी (Reliance New Energy) में अगले 3 साल तक कंपनी विशेष ध्यान देने वाली है. इसमें कम लागत के सापेक्ष में कंपनी को ज्यादा रिटर्न मिलने की उम्मीद है. रिफाइनरी या पेट्रो केमिकल फैक्ट्री को विकसित करने में जहां 5 साल तक लग जाते हैं. वहीं, सोलर प्लांट को लगभग 2 साल और रिटेल स्टोर को तैयार करने 6 से 12 महीने का ही समय लगता है. गोल्डमैन सैक्स के मुताबिक, रिलायंस ने रिटेल बिजनेस में निवेश के लिए बड़ी रकम तैयार रखी है.
सोलर और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगेगा
रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज दो चरणों में सोलर और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग पर लगभग 10 अरब डॉलर का निवेश करेगी. कंपनी की योजना सबसे पहले सोलर और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की है. इसके बाद बड़ी रकम सोलर, इलेक्ट्रोलाईजर और विंड एनर्जी पर खर्च की जाएगी.
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