Adani News: पूर्व अटार्नी जनरल और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी (Mukul Rohatgi) ने अडानी समूह (Adani Group) के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) और उनके भतीजे सागर अडानी (Sagar Adani) का बचाव किया है. मुकुल रोहतगी ने कहा, गौतम अडानी और सागर अडानी पर अमेरिका में रिश्वतखोरी और न्याय में बाधा डालने का कोई आरोप नहीं लगाया गया है. अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के आरोपों को लेकर भ्रामक न्यूज रिपोर्ट्स का काउंटर करने के लिए मुकुल रोहतगी बुधवार 27 नवंबर 2024 को मीडिया से मुखातिब हुए.
गौतम अडानी - सागर अडानी पर नहीं है कोई आरोप
मुकुल रोहतगी ने कहा, ये मेरे निजी विचार हैं. मैं कोई अडानी समूह का प्रवक्ता नहीं हूं. मैं एक वकील हूं और कई मामलों में अडानी समूह के लिए कोर्ट में पेश हुआ हूं. उन्होंने कहा, मैंने अमेरिका के कोर्ट के आरोपों को देखा है. इसमें पांच आरोप लगाये गए हैं. उन्होंने बताया कि इसमें 1 और 5 नंबर मामला दूसरे मामलों के मुकाबले सबसे प्रमुख है. लेकिन नंबर एक मामला और 5 नंबर मामले दोनों ही में गौतम अडानी और उनके भतीजे पर कोई आरोप नहीं है. ये एक चार्जशीट की समान है जो कानून की धाराओं के मुताबिक व्यक्तियों पर आरोप लगाये जाते हैं. उन्होंने बताया कि काउंट 1 दोनों अडानी को छोड़कर कुछ दूसरे लोगों के खिलाफ है. इसमें कुछ अधिकारी और एक विदेशी व्यक्ति शामिल है. उन्होंने बताया कि पहले आरोप में अमेरिकी विदेशी भ्रष्ट प्रैक्टिस एक्ट के उल्लंघन का आरोप है और इसमें गौतम अडानी और सागर अडानी का नाम नहीं है.
न्याय में नहीं डाला कोई बाधा
मुकुल रोहतगी ने बताया सिक्योरिटीज और बॉन्ड्स से जुड़े मामलों में अडानी और दूसरे लोगों के नाम हैं. नंबर 5 मामले में जो कि न्याय में बाधा डालने से संबंधित है इसमें अडानी और उनके अधिकारियों का नाम नहीं है. उन्होंने बताया कि, अडानी और अन्य लोग इस आरोपपत्र का जवाब अपनी इच्छा के मुताबिक देंगे. वे स्टॉक एक्सचेंजों को भी जवाब देंगे. मुकुल रोहतगी ने कहा, इस आरोपपत्र को देखने के बाद ये मेरे निजी विचार है.
अभियोग दस्तावेज की बातें करती है परेशान
मुकुल रोहतगी ने कहा, अभियोग दस्तावेज के बारे में कुछ बातें परेशान करने वाली है. जब आप किसी आरोपपत्र को देखते हैं, तो उसमें यह स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए कि इस व्यक्ति ने ये काम किया है, इस व्यक्ति ने कुछ व्यक्तियों को रिश्वत दी है. लेकिन इस आरोपपत्र में मुझे एक भी नाम या डिटेल नहीं मिला कि इस पूरे मामले में किसे रिश्वत दी गई है और वो किसी डिपार्टमेंट से जुड़ा है. इस मामले में ये आरोपपत्र पूरी तरह से मौन है. उन्होंने कहा, मेरी समझ में नहीं आ रहा है कि इस तरह के आरोपपत्र पर कोई कैसे प्रतिक्रिया दे सकता है. उन्होंने कहा, मुझे भरोसा है कि अडानी अमेरिकी वकीलों से कानूनी सलाह मशविरा करेंगे.
गौतम अडानी पर नहीं है कोई आरोप
इससे पहले बुधवार 27 नवंबर की सुबह एक्सचेंज फाइलिंग में अडानी ग्रीन एनर्जी ने उन खबरों को गलत करार दिया है जिसमें कहा जा रहा है कि कंपनी के डायरेक्टर्स गौतम अडानी, सागर अडानी और विनीत जैन पर अमेरिकी विदेशी भ्रष्ट प्रैक्टिस एक्ट (FCPA) के तहत आरोप लगाया गया है. कंपनी ने कहा, ऐसे स्टेटमेंट्स पूरी तरह गलत हैं.
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