Multibagger Investment Idea: हर व्यक्ति पैसा बचाना चाहता है और ये भी चाहता है कि उसके बैंक खाते में करोड़ों हों. हालांकि, सीमित आय और खर्च के कारण मध्यम वर्ग के लोगों के लिए यह आसान नहीं है क्योंकि वे ज्यादा बचत नहीं कर पाते. अगर आप रोजाना सिर्फ 20 रुपये की बचत करते हैं तो रिटायरमेंट के समय तक आप आसानी से करोड़पति बन सकते हैं.


SIP के जरिए म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश करके करोड़पति बनने का आपका सपना पूरा किया जा सकता है. इसमें आप रोजाना 20 रुपये का निवेश करके 10 करोड़ रुपये जुटा सकते हैं. हालांकि, आपको उचित निवेश योजना की जरूरत होगी. म्यूच्यूअल फंड के बारे में तो आप सभी जानते है.


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सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए आप हर महीने म्यूचुअल फंड में कम से कम 500 रुपये का निवेश कर सकते हैं. इसमें आपको आसानी से करोड़पति बनने का मौका मिल जाएगा. म्यूचुअल फंड ने 25 साल में जबरदस्त रिटर्न दिया है.


करोड़पति बनने का गणित


अगर आप 20 साल की उम्र से रोजाना 20 रुपये बचाते हैं तो यह रकम 600 रुपये महीने हो जाएगी. आपको इस निवेश को 40 साल तक जारी रखना होगा. यानी 480 महीने तक आपको हर महीने 600 रुपये का निवेश करना पड़ेगा.


मान लें कि आपको इस निवेश पर 15 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न मिलेगा, 40 वर्ष बाद आपको कुल 1.88 करोड़ रुपये मिलेंगे. इन 40 सालों में आपको सिर्फ 2,88,000 रुपये ही निवेश करने होंगे. अगर आपको महीने में 600 रुपये के SIP पर 20 प्रतिशत रिटर्न मिलता है तो 40 साल बाद कुल 10.21 करोड़ रुपये जमा होंगे.


छोटी उम्र में निवेश का फायदा


साथ ही अगर आप 20 साल की उम्र में हर दिन 30 रुपये बचाते हैं तो यह निवेश 900 रुपये प्रति माह हो जाएगा. अगर आप इसे एसआईपी के जरिए किसी डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो इस निवेश पर 40 साल बाद आपको सालाना 12 फीसदी रिटर्न की दर से 1.07 करोड़ रुपये मिलेंगे. इस दौरान 4,32,000 रुपये का निवेश करना पड़ेगा.


असल में, लंबी अवधि के निवेश में कम्पाउंडिंग छोटे निवेशों को मोटे फंड के रूप में खड़ा करता है. हालांकि, एक बात का ध्यान रखें कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको एक बार मार्केट एडवाइजर की मदद जरूर लेनी चाहिए.


कंपाउंडिंग का कमाल


निवेश करने पर आपकी जो कमाई होती है, उसे भी फिर से निवेश करना ही कंपाउंडिंग कहा जाता है. इसमें आपको मूलधन के साथ उसके ब्याज पर भी ब्याज मिलता है. कंपाउंडिंग आपके निवेश को बढ़ाने में जहां बड़ा जरिया है.  लेकिन इसका बेहतर फायदा तभी मिल सकता है, जब आप कम उम्र से ही निवेश शुरू कर दें. वहीं, आपको 5 या 10 साल के बजाए 20 या 25 साल के लिए लक्ष्य बनाना चाहिए. निवेश जितनी लंबी अवधि के लिए होगा, कंपाउंडिंग का फायदा भी उतना ज्यादा होगा.


(यहां ABP News द्वारा किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. योजनाओं की NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती है. किसी म्यूचुअल फंड का पूर्व प्रदर्शन, आवश्यक रूप से योजनाओं के भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है. म्यूचुअल फंड, किन्हीं भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है और वह वितरण योग्य अधिशेष की उपलब्धता और पर्याप्तता से विषयित है. निवेशकों से सावधानी के साथ विवरण पत्रिका (प्रॉस्पेक्टस) की समीक्षा करने और विशिष्ट विधिक, कर तथा योजना में निवेश/प्रतिभागिता के वित्तीय निहितार्थ के बारे में विशेषज्ञ पेशेवर सलाह को हासिल करने का अनुरोध है.)