केंद्र सरकार पिछले कुछ सालों से भारतीय रेल का कायापलट करने में लगी हुई है. ट्रेनों की लेट-लतीफी दूर करने के लिए मालगाड़ियों का अलग फ्रेट कॉरिडोर बन रहा है. वंदे भारत जैसी नई फास्ट ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इसका फायदा रेलवे से जुड़े शेयरों को स्टॉक मार्केट में हो रहा है. ये शेयर अपने निवेशकों को मालामाल बनाते हुए सबसे अच्छे मल्टीबैगर शेयरों की लिस्ट में चोटी पर जगह बना रहे हैं.


ये काम करती है सरकारी कंपनी


ऐसा ही एक शेयर है इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (Indian Railway Finance Corporation) का. इस कंपनी का कंट्रोल रेल मंत्रालय के पास है और इसमें बहुलांश हिस्सेदारी भारत सरकार की है. इस सरकारी कंपनी का मुख्य काम रेलवे के लिए वित्तीय संसाधनों का विस्तार करना है. कंपनी इसी कारण शेयर बाजार में भी मौजूद है और अपना उद्देश्य पूरा करते हुए रेलवे के लिए फंड का प्रबंध कर रही है.


7 दिन में 56 फीसदी की उछाल


इस कंपनी की स्थापना दिसंबर 1986 में हुई थी और इसका मुख्यालय राजधानी दिल्ली में है. कंपनी का बाजार पूंजीकरण अभी 89,930 करोड़ रुपये है. आज के कारोबार में भले ही इसके शेयरों में करीब 5 फीसदी की गिरावट आई और भाव कम होकर 69 रुपये पर आ गया, लेकिन इससे पहले रेलवे के इस शेयर ने महज 7 दिनों में 56 फीसदी की जबरदस्त रैली दर्ज की थी.


इस तरह रही शेयर की उड़ान


इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन का शेयर पिछले एक महीने के दौरान करीब 40 फीसदी मजबूत हुआ है. वहीं पिछले छह महीने में इसके भाव में 145 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है. दूसरे शब्दों में कहें तो इस शेयर का भाव मात्र 6 महीने में ही दो गुने से ज्यादा हो गया है. एक साल की बात करें तो इस अवधि में इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन के शेयर ने 200 फीसदी से भी ज्यादा की उड़ान भरी है.


इसे ऐसे भी कह सकते हैं कि इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन के शेयर की पिछले कुछ समय में उड़ान इतनी शानदार रही है कि इसने अपने निवेशकों के पैसे को महज 6 महीने में डबल से ज्यादा किया है. इसी तरह साल भर में इसने निवेशकों के पैसे को ट्रिपल से भी ज्यादा कर दिया है.


डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.


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