पुष्पा की तरह ये मल्टीबैगर शेयर भी नहीं झुकता, 1 लाख का बना दिया 30 लाख
Multibagger stock: चार साल पहले इस मल्टीबैगर स्टॉक में जिस किसी ने भी एक लाख का निवेश किया, वह आज 30 लाख तक पहुंच गया.
Multibagger stock RDB Infrastructure and Power: शेयर मार्केट में आरडीबी रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम से लिस्टेड आरडीबी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड पावर एक ऐसे मल्टीबैगर स्टॉक के रूप में उभरकर सामने आया है, जिसने कुछ ही सालों में अपने इंवेस्टर्स को मालामाल कर दिया है. चार साल पहले कंपनी के शेयर पर किया गया 1 लाख का इंवेस्टमेंट आज 30 लाख तक पहुंच गया है. चार साल पहले कंपनी के स्टॉक की कीमत महज 17.25 रुपये रुपये थी, जो अब 516 रुपये पर कारोबार कर रहा है. इससे निवेशक जबरदस्त मुनाफा कमा रहे हैं.
RDB के शेयरों ने दिखाई शानदार तेजी
आज RBD रियल्टी का शेयर बीएसई पर 529.95 रुपये पर खुला जो कल के क्लोजिंग रेट 519.80 रुपये से कुछ अधिक था. इसके बाद और तेजी से छलांग लगाते हुए इसका शेयर प्राइस अपने रिकॉर्ड लेवल 545.75 रुपये तक पहुंच गया. यह 5 फीसदी तक की बढ़त को दर्शाता है. यह कंपनी के शेयर के लिए मूल्य बैंड का ऊपरी छोर रहा. इसके बाद दोपहर तक ट्रेडिंग के दौरान आरडीबी रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर प्राइस दिन के निचले स्तर 516.05 रुपये पर आ गया.
कंपनी ने शेयर बांटने का किया ऐलान
इस महीने की शुरुआत में आरडीबी रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर ने 1:10 के अनुपात में शेयर बांटने का ऐलान भी किया था. यानी कि 10 रुपये फेस वैल्यू के एक इक्विटी शेयर को 1 रुपये फेस वैल्यू के 10 इक्विटी शेयरों में बांटना है, जो पूरी तरह से चुकता होंगे. शेयर बांटने के जरिए कंपनी का मकसद छोटे निवेशकों में इंवेस्टमेंट के लिए मोटिवेट करना और शेयरों की लिक्विडिटी को बढ़ाना है. कंपनी ने शेयर मार्केट को इस बात की भी जानकारी दी कि कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने 4 दिसंबर, 2024 से प्रभावी आरडीबी रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर से आरडीबी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड पावर में अपना नाम बदलने के बाद निगमन का नया प्रमाणपत्र जारी किया है.
कंपनी के रियल्टी डिवीजन को अलग करने की मंजूरी
कंपनी ने 24 दिसंबर को शेयर मार्केट को इस बात की भी जानकारी दी कि राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) कोलकाता बेंच ने मेसर्स आरडीबी रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (जिसे अब आरडीबी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड पावर लिमिटेड के नाम से जाना जाता है) और मेसर्स आरडीबी रियल एस्टेट कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के बीच कंपनी के रियल्टी डिवीजन को अलग करने की मंजूरी दे दी है. इस तरह से वे सभी कंपनियां जो RDB रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की सब्सिडियरी थीं, अब 01 अक्टूबर, 2022 से RDB रियल एस्टेट कंस्ट्रक्शन की सब्सिडियरी बन गई हैं.
ये भी पढ़ें: