Hurun Global Rich List: बीजिंग नहीं अब मुंबई है अरबपतियों का घर, इतिहास में पहली बार छोड़ा पीछे
Mumbai Billionaire Capital: बीजिंग को पीछे छोड़कर अब मुंबई एशिया की बिलेनियर कैपिटल बन चुकी है. एक तरफ जहां मुंबई की दौलत बढ़ी है वहीं, दूसरी तरफ बीजिंग में यह आंकड़ा कम होता जा रहा है.
Mumbai Billionaire Capital: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई अब अरबपतियों का घर बन चुकी है. मुंबई ने बीजिंग से एशिया की बिलेनियर कैपिटल होने का दर्जा छीन लिया है. हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट 2024 (Hurun Global Rich List) के अनुसार, मुंबई में इस समय 92 अरबपति रहते हैं. इतिहास में पहली बार मुंबई ने बीजिंग को पीछे छोड़ा है. हमारी मुंबई के ये अरबपति लगतार अपनी दौलत में इजाफा करते जा रहे हैं. उधर, पड़ोसी चीन की हालत खस्ता है. वहां के अमीरों की संपत्ति लगातार कम हो रही है.
मुंबई शहर में 27 नए अरबपति जुड़े
हुरून रिच लिस्ट के मुताबिक, मुंबई शहर में 27 नए अरबपति जुड़े हैं. उधर, बीजिंग में यही संख्या मात्र 6 है. भारत में अरबपतियों की बढ़ती संख्या देश की मजबूत होती इकोनॉमी से जोड़कर देखी जा रही है. पूरी दुनिया भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत को मान चुकी है. नए अरबपतियों की संख्या के मामले में भारत पूरी दुनिया में दूसरे नंबर पर आया है. लिस्ट में सबसे ऊपर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) का नाम आया है. वह एशिया के सबसे अमीर आदमी हैं. मुकेश अंबानी का नाम दुनिया के टॉप रईसों की लिस्ट में शामिल होने से भारत के आर्थिक दबदबे पर मुहर लगी है.
भारत में बढ़ी तो चीन में घटी दौलत
भारत और चीन के बीच संपत्ति की वृद्धि के ट्रेंड बिलकुल उलट दिखाई दे रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, चीन के 573 अरबपतियों की दौलत में कमी दर्ज की गई है. वहीं, भारत में यह ट्रेंड सिर्फ 24 अरबपतियों के साथ देखा गया. ग्लोबल इकोनॉमिक चुनौतियों के बावजूद भारत की कुल संपत्ति में पिछले साल के मुकाबले 51 फीसदी का उछाल आया है. मुंबई की दौलत भी 47 फीसदी बढ़ी है जबकि बीजिंग में यही आंकड़ा 28 फीसदी घटा है. इससे एशिया के शहरों में मुंबई का स्थान और मजबूत हुआ है. भारत के अरबपतियों की औसत संपत्ति 3.8 अरब डॉलर और चीन की 3.2 अरब डॉलर ही है.
मुंबई की तरक्की का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा
हुरून इंडिया के फाउंडर एवं चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद ने कहा कि मुंबई की तरक्की का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा है. ग्लोबल रिच लिस्ट 2024 इस बात की पुष्टि करती है. भारत तेजी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर बढ़ रहा है. इस यात्रा में भारत के अरबपति भी अपना पूरा योगदान दे रहे हैं.
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