Mumbai Stamp Duty: रजिस्ट्रेशन में आई कमी, फिर भी मुंबई में स्टाम्प ड्यूटी से रिकॉर्ड कमाई
Mumbai Real Estate: हालिया सालों के दौरान मुंबई में प्रॉपर्टी की बिक्री में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. इसके साथ ही सरकार को स्टाम्प ड्यूटी से होने वाली कमाई भी बढ़ी है...
मुंबई देश का सबसे बड़ा और महंगा रियल एस्टेट मार्केट (Real Estate Market) माना जाता है. अब रियल एस्टेट के इस बाजार ने अप्रैल महीने में नया रिकॉर्ड बना दिया है. महीने के दौरान भले ही रियल एस्टेट सेक्टर में सौदे कम हुए और प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन (Mumbai Property Registration) में गिरावट आई, लेकिन स्टाम्प ड्यूटी से कलेक्शन (Mumbai Stamp Duty Collection) में शानदार तेजी दर्ज की गई है.
कम हुआ रजिस्ट्रेशन
पीटीआई की एक खबर में कहा गया है कि नाइट फ्रैंक इंडिया की एक ताजी रिपोर्ट (Night Frank India Report) के अनुसार, मुंबई महानगर क्षेत्र में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन अप्रैल में 10 फीसदी कम होकर 10,514 यूनिट पर आ गया. मुंबई शहर में पिछले साल अप्रैल महीने के दौरान 11,743 संपत्तियों का पंजीकरण हुआ था. यह क्षेत्र बृहन्मुंबई नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आता है.
इतनी बढ़ी रजिस्ट्री से कमाई
हालांकि इस दौरान प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन से होने वाली कमाई बढ़ी है. नाइट फ्रैंक ने बताया है कि मुंबई शहर में अप्रैल 2023 में 10,514 प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन हुआ, जिससे राज्य के राजस्व को 900 करोड़ रुपये मिले. यह साल भर पहले की तुलना में 15 फीसदी ज्यादा है. प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन पर सरकार को स्टाम्प ड्यूटी से खजाने में कमाई होती है. मुंबई में स्टाम्प ड्यूटी से कलेक्शन का यह आंकड़ा पिछले 10 वर्ष में अप्रैल में हुआ सर्वाधिक राजस्व संग्रह है.
इन कारणों से मिला ज्यादा राजस्व
नाइट फ्रैंक ने बताया कि राजस्व में यह वृद्धि स्टाम्प ड्यूटी की दर बढ़ने और महंगी संपत्ति के सौदों के कारण हुई. रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्यादा स्टाम्प ड्यूटी कलेक्शन हाई-वैल्यू डील्स से हुआ. वहीं अप्रैल महीने के दौरान प्रीमियम रियल एस्टेट के अलावा मिड इनकम हाउसिंग सेगमेंट ने भी सरकारी खजाने को अच्छी-खासी कमाई कराई. हालांकि महंगी ब्याज दरें और घरों की कीमतें बढ़ने से नकारात्मक असर हुआ. इसी कारण रजिस्ट्रेशन के मामले कम हुए.
10 साल में बिकी इतनी प्रॉपर्टी
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डाइरेक्टर शिशिर बैजल ने बताया कि स्टाम्प ड्यूटी बढ़ने, ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी होने तथा घरों की कीमतों में तेजी आने के बाद भी मुंबई में घरों की डिमांड बढ़ी है. अप्रैल 2013 से अब तक यानी पिछले 10 सालों के दौरान मुंबई में करीब 8 लाख प्रॉपर्टी की बिक्री हुई है. इनमें से 40 फीसदी यानी करीब 3.18 लाख प्रॉपर्टी की बिक्री तो सितंबर 2020 से अब तक हुई है.
साल भर में हुई जबरदस्त बिक्री
सितंबर 2020 से ही स्टाम्प ड्यूटी को लेकर बदलाव हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार, स्टाम्प् ड्यूटी के ऐतिहासिक 6 फीसदी की दर पर पहुंच जाने के बाद भी पिछले एक साल के दौरान मुंबई में प्रॉपर्टी की जबरदस्त बिक्री हुई है. अप्रैल 2022 से अप्रैल 2023 के दौरान शहर में 1,28,427 प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन हुआ है. यह पिछले 10 साल में हुए टोटल प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के करीब 16 फीसदी के बराबर है.