Edible Oil Price: सरसों का तेल खरीदने से पहले चेक कर लें लेटेस्ट रेट्स, यहां जानें आज क्या है 1 लीटर का भाव?
Mustard Oil Price: ग्लोबल मार्केट में आई तेजी का असर घरेलू बाजार में भी देखने को मिल रहा है. तो आप आज सरसों, सोयाबीन और मूंगफली का तेल खरीदने से पहले लेटेस्ट रेट्स चेक कर लें.
Edible Oil Update: मंगलवार को तेल तिलहन मार्केट में सुधार देखने को मिली है. ग्लोबल मार्केट में आई तेजी का असर घरेलू बाजार में भी देखने को मिल रहा है. तो आप आज सरसों, सोयाबीन और मूंगफली का तेल खरीदने से पहले लेटेस्ट रेट्स चेक कर लें. बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में 1.25 फीसदी मजबूती रही जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में लगभग 1.6 फीसदी की मजबूती है. विदेशों में इस तेजी के कारण स्थानीय तेल-तिलहन कीमतों में सुधार आया.
आयातकों को हो रहा नुकसान
विदेशों में तेल-तिलहनों के भाव टूटने और रुपये में ऐतिहासिक गिरावट आने से आयातकों को काफी नुकसान हो रहा है. दूसरा उनके द्वारा लिये गये कर्ज के लिए आयातकों को डॉलर के मजबूत होने से रुपये में कर्ज का अधिक भुगतान करना पड़ रहा है. इस समय पर आयातक दोहरी मार झेल रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि विदेशों में तेल कीमतों में मंदी तो आई पर देश में इसका समुचित लाभ न तो तेल उद्योग को, न उपभोक्ता को और न किसानों को मिला है.
किस रेट पर होता है सीपीओ का आयात?
आपको बता दें जिस सीपीओ तेल का आयात 2,010 डॉलर प्रति टन के भाव किया जाता था. वह मंदी की चपेट में बाजार टूटने के बाद अब 28 जून को 1,340 डॉलर प्रति टन रह गया है, लेकिन उपभोक्ताओं को पामोलीन के भाव में लगभग 55 रुपये लीटर की आई गिरावट के बावजूद यह तेल महज 10-15 रुपये लीटर सस्ता मिल रहा है.
प्रोडक्शन बढ़ाने पर देना होगा ध्यान
पिछले साल भारत ने डीओसी का निर्यात किया था, लेकिन इस बार ग्लोबल मांग कम है तो हम सोयाबीन स्टॉक होने के बावजूद आयात कर रहे हैं. सरकार को देश में तेल-तिलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए एक ठोस नीति बनाकर काम करना होगा. सूत्रों ने कहा कि 1989 के लगभग देश में पांच लाख टन पामतेल (सीपीओ) उत्पादन का मिशन शुरु किया था जो आज तक कोई परिणाम देने में विफल रहा है. तिलहन उत्पादन बढ़ाने की जबतक हमारी स्पष्ट नीति और किसानों को उनकी उपज बिक्री का भरोसा नहीं दिया जायेगा, तबतक तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करना मुश्किल ही है.
आइए चेक करें तेल-तिलहन के लेटेस्ट रेट्स-
- सरसों तिलहन - 7,560-7,610 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल
- मूंगफली - 6,765 - 6,890 रुपये प्रति क्विंटल
- मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 15,710 रुपये प्रति क्विंटल
- मूंगफली सॉल्वेंट रिफाइंड तेल 2,635 - 2,825 रुपये प्रति टिन
- सरसों तेल दादरी- 15,350 रुपये प्रति क्विंटल
- सरसों पक्की घानी- 2,390-2,470 रुपये प्रति टिन
- सरसों कच्ची घानी- 2,430-2,535 रुपये प्रति टिन
- तिल तेल मिल डिलिवरी - 17,000-18,500 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,600 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 14,150 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 13,000 रुपये प्रति क्विंटल
- सीपीओ एक्स-कांडला- 11,800 रुपये प्रति क्विंटल
- बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 14,050 रुपये प्रति क्विंटल
- पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,600 रुपये प्रति क्विंटल
- पामोलिन एक्स- कांडला- 12,400 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल
- सोयाबीन दाना - 6,560-6,610 रुपये प्रति क्विंटल
- सोयाबीन लूज 6,360- 6,410 रुपये प्रति क्विंटल
- मक्का खल (सरिस्का) 4,010 रुपये प्रति क्विंटल