Edible Oil Price Update: हफ्ते भर के कारोबार के बाद खाने वाले तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. घरेलू मार्केट में खाने वाला तेल सस्ता हो गया है. विदेशों से आयात किये जाने वाले सोयाबीन डीगम, सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों के महंगा होने से देशभर में तेल की कीमतों में गिरावट आई है.
सरसों तेल का किया जा रहा ज्यादा इस्तेमाल
इसके अलावा आयातित तेलों की कमी को पूरा करने के लिए सरसों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसकी वजह से सरसों और मूंगफली तेल-तिलहन और बिनौला तेल कीमतों में मजबूती आई है.
ग्लोबल मार्केट में रही तेजी
बाजार सूत्रों ने बताया कि विदेशों में बाजार नहीं टूटे हैं और वहां खाने वाले तेल के भाव मजबूत बने हुए हैं. पामोलीन और सोयाबीन डीगम जैसे तेल के आयात में भी नुकसान है. एक तो इन तेलों के दाम महंगे हैं, दूसरा आयात के मुकाबले स्थानीय बाजार में इन तेलों के भाव नीचे चल रहे हैं.
सरसों का इस्तेमाल रिफाइंड बनाने में किया जा रहा
सूत्रों ने कहा कि आयातित तेलों के महंगा होने के कारण सरसों पर काफी दबाव है और हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्यों में सरसों का रिफाइंड बनाकर आयातित तेलों की कमी को पूरा किया जा रहा है. इस सरसों रिफाइंड का इस्तेमाल अन्य तेलों में ‘ब्लेंडिंग’ के लिए भी किया जा रहा है.
कम हो रही सरसों की आवक
मंडियों में सरसों की आवक भी कम होने लगी है और यह घटकर लगभग साढ़े तीन लाख बोरी रह गई है, जो पिछले साल जून के आरंभ में लगभग 5-5.5 लाख बोरी थी. यह स्थिति सरसों के लिए अच्छी नहीं है और बरसात के मौसम में मांग बढ़ने के बाद सरसों की दिक्कत देखने को मिल सकती है. बरसात के दिनों में लगभग सभी खाद्य तेलों की मांग बढने लगती है, इस ओर सरकार को ध्यान देना होगा.
सरसों की खपत 3 गुना ज्यादा है
सरसों पर दबाव होने के बारे में सूत्रों ने कहा कि एक ओर तो सरसों में मिलावट बंद है, दूसरा मंडियों में अब आवक कम हो रही है, सरसों रिफाइंड तेल का इस्तेमाल ‘ब्लेंडिंग’ के लिए भी हो रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस बार सरसों की खपत लगभग तीन गुना अधिक है.
कितना रहा भाव?
सूत्रों ने बताया कि पिछले हफ्ते के मुकाबले बीते सप्ताह सरसों दाने का भाव 25 रुपये सुधरकर 7,440-7,490 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ. सरसों दादरी तेल 250 रुपये सुधरकर समीक्षाधीन सप्ताहांत में 15,100 रुपये क्विंटल पर बंद हुआ. वहीं, सरसों पक्की घानी और कच्ची घानी तेल की कीमतें भी क्रमश: 35-30 रुपये सुधरकर क्रमश: 2,370-2,450 रुपये और 2,410-2,515 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुईं.
क्या रहे लेटेस्ट रेट्स?
सूत्रों ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन के डीआयल्ड केक की मांग प्रभावित होने से सोयाबीन दाने और सोयाबीन लूज के थोक भाव क्रमश: 50-50 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 6,750-6,850 रुपये और 6,450-6,550 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए.
चेक करें सोयाबनी का भाव
गिरावट के आम रुख के अनुरूप समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन तेल कीमतें नुकसान के साथ बंद हुईं. सोयाबीन दिल्ली का थोक भाव 200 रुपये की हानि के साथ 16,200 रुपये, सोयाबीन इंदौर 50 रुपये की गिरावट के साथ 15,700 रुपये और सोयाबीन डीगम का भाव 90 रुपये की गिरावट के साथ 14,710 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ.
क्या रहा मूंगफली तेल का भाव?
मूंगफली दाना 55 रुपये सुधरकर 6,765-6,900 रुपये, मूंगफली तेल गुजरात 20 रुपये के सुधार 16,020 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ. मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड का भाव भी पांच रुपये सुधरकर 2,675-2,865 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ.
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