IPO Listing Today: निवेशकों को घाटा दे गए 2 आईपीओ, इश्यू प्राइस से कम पर हुए लिस्ट, जानिए कितना हुआ नुकसान
Muthoot Microfin and Suraj Estate IPO Listing: मुथूट माइक्रोफिन और सूरज एस्टेट डेवलपर्स के आईपीओ निवेशकों को निराश छोड़ गए हैं. बीएसई और एनएसई पर इनकी कमजोर लिस्टिंग हुई है.
Muthoot Microfin IPO Listing: साल 2023 में कारोबार के आखिरी हफ्ते में लिस्ट हुए दो आईपीओ निवेशकों को निराश कर गए हैं. मुथूट माइक्रोफिन (Muthoot Microfin) और सूरज एस्टेट डेवलपर्स (Suraj Estate Developers) के आईपीओ निवेशकों को फायदा नहीं दे पाए और डिस्काउंट पर लिस्ट हुए हैं. मुथूट माइक्रोफिन का आईपीओ मंगलवार को अपने इश्यू प्राइस के मुकाबले लगभग 5 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ. ग्रे मार्केट में भी इस कंपनी के आईपीओ को अच्छा रिस्पोंस नहीं मिला था. इसके बाद से ही इसकी कमजोर लिस्टिंग के कयास लगाए जाने लगे थे. इसके अलावा सूरज एस्टेट डेवलपर्स का आईपीओ भी निवेशकों को फायदा नहीं पहुंचा पाया. यह अपने इश्यू प्राइस से लगभग 6 फीसदी कम रेट पर 340 रुपये पर लिस्ट हुआ है.
कितनी कीमत पर हुआ लिस्ट
यह कंपनी इश्यू प्राइस के मुकाबले डिस्काउंट पर लिस्ट हुई. कंपनी ने इश्यू प्राइस 291 प्रति शेयर रखा था. मगर, यह एनएसई पर यह 4.56 फीसदी डिस्काउंट के साथ 275.30 रुपये प्रति शेयर में लिस्ट हुआ. BSE पर ये स्टॉक 4.47 फीसदी छूट के साथ 278 रुपये पर खुला. कंपनी का आईपीओ 960 करोड़ रुपये का था.
दूसरों के मुकाबले कम हुआ था सब्सक्रिप्शन
इस महीने आए कई आईपीओ के मुकाबले मुथूट मइक्रोफिन का आईपीओ कम सब्सक्राइब हुआ था. इसे 11.52 गुना सब्सक्राइब किया गया था. क्यूआईबी ने इसे 17.47 फीसदी, रिटेल निवेशकों ने 7.61 गुना और एचएनआई के लिए रिजर्व कोटा 13.2 गुना सब्सक्राइब हुआ था.
340 रुपये पर हुई सूरज एस्टेट की लिस्टिंग
सूरज एस्टेट के आईपीओ की लिस्टिंग भी उम्मीद के विपरीत हुई. कंपनी ने इश्यू प्राइस 360 रुपये रखा था. मगर, एनएसई पर इसकी लिस्टिंग 340 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से हुई. बीएसई पर कंपनी का शेयर लगभग 4.5 फीसदी डिस्काउंट पर 343.80 रुपये पर लिस्ट हुआ. इससे निवेशकों में काफी निराशा है.
एंकर निवेशकों ने डाले थे 120 करोड़ रुपये
कंपनी का 400 करोड़ रुपये का आईपीओ 18 से 20 दिसंबर के बीच खुला था. इसे आईपीओ आने के पहले ही एंकर निवेशकों से 120 करोड़ रुपये मिल गए थे. कंपनी का आईपीओ 16 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था. क्यूआईबी और एनआईआई से भी इसे कई गुना सब्सक्रिप्शन मिला था.
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