पिछले महीने भी म्यूचुअल फंड लोगों के लिए निवेश का पसंदीदा माध्यम बने रहे. अक्टूबर महीने के दौरान म्यूचुअल फंडों से शेयरों में नेट इनफ्लो यानी शुद्ध निवेश करीब 20 हजार करोड़ रुपये का रहा. यह एक महीने पहले यानी सितंबर की तुलना में करीब 44 फीसदी ज्यादा रहा. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली.
शेयरों में शुद्ध निवेश में इतनी तेजी
म्यूचुअल फंडों के संगठन एएमएफआई के ताजे आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर महीने के दौरान इक्विटी में म्यूचुअल फंडों का नेट इनफ्लो 19,932 करोड़ रुपये रहा, जो सितंबर की तुलना में 43.8 फीसदी ज्यादा है. सितंबर महीने के दौरान इक्विटी में म्यूचुअल फंडों का नेट इनफ्लो 14,091 करोड़ रुपये रहा था. इससे पहले अगस्त में शेयरों में म्यूचुअल फंडों से 20,245 करोड़ रुपये आए थे.
डेट में रहा आउटफ्लो का प्रेशर
आंकड़े बताते हैं कि इक्विटी में जहां म्यूचुअल फंडों ने शुद्ध तौर पर निवेश किया, वहीं डेट में निकासी का प्रेशर बरकरार दिखा. अक्टूबर महीने के दौरान लॉन्ग टर्म डेट फंड का फ्लो लगभग नगण्य रहा. इससे पहले सितंबर में 3,972 करोड़ रुपये का नेट आउटफ्लो हुआ था. इससे पता चलता है कि निवेश के ऊपर निकासी का दबाव सितंबर के बाद अक्टूबर में भी बरकरार रहा है.
इतना हो गया एसेट अंडर मैनेजमेंट
अक्टूबर महीने के दौरान सभी कैटेगरी में ओवरऑल इन्वेस्टमेंट का देखें तो म्यूचुअल फंडों का नेट इनफ्लो 80,528 करोड़ रुपये रहा है. इसके साथ ही म्यूअुल फंडों के एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी कुल प्रबंधित संपत्ति में भी तेजी आई. अब इसका आंकड़ा 47.80 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. यह मासिक आधार पर 0.3 फीसदी की तेजी है.
एसआईपी से भी बढ़ा निवेश
पिछले महीने के दौरान इक्विटी फंड की सभी कैटेगरी में नेट इनफ्लो की स्थिति रही है. स्मॉल कैप म्यूचुअल फंडों का नेटफ्लो तो लगभग डबल होकर 4,495 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक महीने पहले 2,678 करोड़ रुपये था. इस दौरान एसआईपी से निवेश में भी तेजी आई. सितंबर में जहां एसआईपी से निवेश 16,042 करोड़ रुपये रहा था, अक्टूबर में 16,928 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
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