Mutual Fund: अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो जान लें कि म्यूचुअल फंड में सेक्टर के हिसाब से भी निवेश किया जाता है. कोई विशेष फंड एक स्पेशल सेक्टर पर ज्यादा फोकस करता है. जानकारों का ऐसा मानना है कि शेयर बाजार में तेजी के समय स्पेशल थीम या सेक्टर वाले फंड बेहतरीन रिटर्न दे सकते हैं. आज हम आपको उन सेक्टर और थीम बेस्ड फंड्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने पिछले एक साल में 84 फीसदी तक रिटर्न दिया है.


टेक्नोलॉजी फंड्स



  • टेक्नॉलॉजी शेयर्स पिछले एक साल में काफी ऊपर गए हैं.

  • टेक्नॉलॉजी फंड्स ने एक साल में औसतन 84 फीसदी रिटर्न दिया है.

  • वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों में इस बात का खुलासा हुआ है.

  • आईटी और सॉफ्टवेयर सर्विस कंपनियों के शेयरों ने बीते साल भर में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है.

  • कुछ टेक्नोलॉजी फंड ने तो एक साल में 100 फीसदी से भी अधिक रिटर्न दिया है.


इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर



  • इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर सेगमेंट पर आधारित या ज्यादा ध्यान देने वाले फंड्स ने पिछले एक साल में 69 फीसदी रिटर्न दिया.

  • इससे उन शेयरों को भी मदद मिली जो सालों के खराब प्रदर्शन के बाद अंडरवैल्यू पर थे.

  • 2021 के केंद्रीय बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को काफी प्रोत्साहन दिया गया. इंफ्रास्ट्रक्चर फंड्स के शेयर्स में तेजी यह एक अहम कारण रहा है.


नेचुरल रिसोर्स एंड एनर्जी



  • नेचुरल रिसोर्स एंड एनर्जी थीम बेस्ड फंड कैटेगरी ने पिछले एक साल में 5 फीसदी रिटर्न दिया है.

  • इकोनॉमिक रिकवरी की उम्मीद में मेटल, यूटिलिटीज और पेट्रोलियम उत्पादों जैसे सेक्टरों में काफी तेजी देखी गई है.


बैंकिंग और फाइनेंशियल



  • शेयर बाजार में मार्च 2020 से शुरू हुई तेजी में बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर्स के शेयर भी शामिल हो गए.

  • इस थीम पर आधारित फंड्स ने पिछले एक साल में 61 प्रतिशत की कमाई कराई.


डिविडेंड वाले फंड्स



  • डिविडेंड देने वाले फंड्स ने पिछले एक साल में कैटेगरी के तौर पर यहां से निवेशकों को करीब 55 फीसदी रिटर्न दिया.

  • आईटी, एफएमसीजी, ऊर्जा, धातु और ऑटो जैसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले सेक्टर इन स्कीमों के पोर्टफोलियो में ज्यादा प्रभावी रहे.


(यहां ABP News द्वारा किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. योजनाओं की NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती है. किसी म्यूचुअल फंड का पूर्व प्रदर्शन, आवश्यक रूप से योजनाओं के भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है. म्यूचुअल फंड, किन्हीं भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है और वह वितरण योग्य अधिशेष की उपलब्धता और पर्याप्तता से विषयित है. निवेशकों से सावधानी के साथ विवरण पत्रिका (प्रॉस्पेक्टस) की समीक्षा करने और विशिष्ट विधिक, कर तथा योजना में निवेश/प्रतिभागिता के वित्तीय निहितार्थ के बारे में विशेषज्ञ पेशेवर सलाह को हासिल करने का अनुरोध है.)


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