Mutual Fund Return Calculator: म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में लंबी अवधि तक किए जाने वाले निवेश पर बेहतरीन रिटर्न मिलता है. ये बातें बार बार कही जाती रही है. लेकिन जब भी बाजार में बड़ी गिरावट आती है तब निवेशक नुकसान में या फिर छोटे मुनाफे पर अपना निवेश वापस निकाल लेते हैं. लंबी अवधि तक निवेश में नहीं बने रहते जिसके चलते उन्हें निवेश पर उतना रिटर्न नहीं मिलता है जितना उस फंड ने जेनरेट किया होता है.
निवेशकों को मिला कम रिटर्न!
एक्सिस म्यूचुअल फंड ( Axis Mutual Fund) ने एक नोट तैयार किया है जिसमें कहा गया है कि निवेशकों को सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान यानि SIP या फिर फंड में सीधे किए जाने वाले निवेश पर ज्यादा रिटर्न नहीं मिला है. ये बात इक्विटी, हाइब्रिड और डेट फंड तीनों ही पर लागू होता है. एक्सिस म्यूचुअल फंड ने बीते 20 सालों में एक्टिव फंड पर मिलने वाले रिटर्न का अध्ययन किया है और उसने पाया कि इन फंड्स ने 19.1 फीसदी का सलाना रिटर्न दिया है. जबकि निवेशकों को केवल 13.8 फीसदी का ही रिटर्न मिला है. हाइब्रिड फंड्स ने 12.5 फीसदी का रिटर्न दिया है जबकि निवेशकों को केवल 7.4 फीसदी का रिटर्न मिला है. एक्सिस म्यूचुअल फंड के नोट के मुताबिक जिन निवेशकों ने SIP के जरिए निवेश किया है उन्हें भी ज्यादा रिटर्न नहीं मिला है. SIP के जरिए इक्विटी फंड्स में निवेश पर निवेशकों को केवल 15.2 फीसदी का रिटर्न मिला है जबकि हाइब्रिड फंड्स में निवेश पर 10.1 फीसदी का रिटर्न मिला है.
कम रिटर्न के लिए निवेशक जिम्मेदार
एक्सिस म्यूचुअल फंड ने रेग्युलर ग्रोथ प्लान स्कीम्स से मिले रिटर्न और सभी ओपेन एंडेड स्कीम्स के रिटर्न को कैलकुलेट करने के बाद ये नोट तैयार किया है. नोट के मुताबिक कम रिटर्न के लिए निवेशकों का व्यवहार ज्यादा जिम्मेदार है. कुछ निवेशक बाजार में बड़ी गिरावट के आते ही SIP के जरिए किए जाने निवेश को बंद कर देते हैं. तो कुछ निवेशकों घबराहट में अपने निवेश को बेच देते हैं जिससे अपने पूंजी को वे बचा सके. एक्सिस म्यूचुअल फंड के मुताबिक 5 साल और 10 साल के अवधि के लिए किए जाने वाले निवेश में भी निवेशकों को बेहतर रिटर्न नहीं मिला है. लेकिन जो निवेशक बाजार में गिरावट के बाद भी निवेश जारी रखते हैं हैं और डटे रहते हैं उन्हें निवेश पर ज्यादा रिटर्न मिलता आया है.
लंबी अवधि के लिए करें निवेश
यही वजह है जानकार निवेशकों को बाजार में उठापटक के दौरान भी बाजार में निवेश जारी रखने की सलाह देते हैं. इस दौरान SIP भी जारी रखने को कहते हैं. जिससे बाजार जब यूटर्न ले तो उन्हें अपने निवेश पर बेहतर रिटर्न मिल सके.
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