Mutual Fund SIP Analysis Report: इक्विटी (Equity) में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) की ओर ऑफर किया जाने वाले सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) निवेश का बेहतरीन जरिया बन चुका है जो घर-घर में दिनोंदिन लोकप्रिय होता जा रहा है.  इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है मई 2016 में जहां मंथली एसआईपी (Monthly SIP) के जरिए म्यूचुअल फंड में  3189 करोड़ रुपये का निवेश आ रहा था जो मई 2024 में 6.6 गुना बढ़कर 20904 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. यानि सात सालों में मंथली एसआईपी निवेश में 17,715 करोड़ रुपये का उछाल आ चुका है.   


SIP से जुड़े सवालों का जवाब 


एसआईपी में जहां निवेशकों की रूचि लगातार बढ़ती जा रही है तो उनके दिमाग में इसे लेकर कई सवालों का आना भी स्वाभाविक है. व्हाइटओक म्यूचुअल फंड (WhiteOak Capital Mutual Fund) ने इसे लेकर एक अध्ययन किया जो एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों के सवालों का के जवाब को तलाशने की कोशिश की गई है जिसका मकसद है कि निवेशक अपने निवेश को लेकर बेहतर निर्णय ले सकें. हालांकि व्हाइटओक म्यूचुअल फंड ने साफ किया है पिछला प्रदर्शन भविष्य के प्रदर्शन की गारंटी नहीं है और निवेशकों को अपने फाइनेंशियल एडवाइजर्स से सलाह जरूर लेनी चाहिए.  


लंबी अवधि के लिए निवेश पर उतार-चढ़ाव कम


एसआईपी के जरिए निवेश की अवधि को लेकर व्हाइटओर म्यूचुअल फंड ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एक्सपर्ट हमेशा लंबी अवधि के लिए निवेश की सलाह देते है. ऐसे में निवेशकों के मन में ये सवाल उठना लाजिमी है कि लंबी अवधि कितना होना चाहिए. इस प्रश्न के जवाब में फंड हाउस ने कहा किपूर्व में इक्विटी को बेहद उतार-चढ़ाव वाला एसेट क्लास माना जाता रहा है. लेकिन स्टडी में पाया गया कि निवेशक जैसे ही निवेश की अवधि को बढ़ाता उतार-चढ़ाव में कमी आने लगती है.    


देरी से SIP शुरू करने का नुकसान 


निवेशकों के मन में ये भी सवाल आता है कि एसआईपी की शुरुआत बाजार के उच्च लेवल या निचले लेवल पर की जाए? तो स्टडी में पाया गया कि मार्केट साइकिल के बॉटम लेवल पर एसआईपी शुरू करने पर प्रतिशत के लिहाज रिटर्न मिलता है लेकिन मार्केट साइकिल के टॉप पर एसआईपी शुरू करने पर रुपये टर्म में ज्यादा लाभ होता है. देरी से एसआईपी शुरू करने का बड़ा नुकसान है. स्टडी में उदाहरण के जरिए बताया गया कि अगर किसी निवेशक ने जनवरी 2009 में 10,000 रुपये का एसआईपी बीएसआई सेंसेक्स टीआरआई में शुरू किया जब बाजर अपने हाई पर था तो 31 मई 2024 तक 19.7 लाख रुपये का निवेश 13.6 फीसदी सालाना रिटर्न के हिसाब से 67.2 लाख रुपये हो गया. लेकिन अगर किसी निवेशक ने मार्च 2009 में मार्केट साइकिल के निचले लेवल पर 10,000 रुपये का एसआईपी शुरू किया तो 31 मई 2024 तक उसका 18.3 लाख रुपये का निवेश 13.8 फीसदी के रिटर्न के साथ 57.3 लाख रुपये हो गया. यानि पहले निवेशक से 9.8 लाख रुपये कम रिटर्न मिला है.   


मिड कैप सेगमेंट SIP के लिए बेहतर विकल्प


निवेशकों के मन में ये भी सवाल किया कि लार्ज कैप, मिड कैप  और स्मॉल कैप में कौन बेहतर है? इस प्रश्न के जवाब में स्टडी में पाया गया कि लार्ज कैप स्टॉक्स में स्मॉल कैप मिड कैप स्टॉक के मुकाबले कम उतार चढ़ाव देखने को मिलता है साथ ही पोर्टफोलियो को स्थिरता भी प्रदान करता है. लेकिन स्मॉल और मिड कैप (SMID) सेगमेंट लंबी अवधि में निवेशकों को ज्यादा रिटर्न का अवसर प्रदान करता है. स्टडी के मुताबिक मिड कैप सेगमेंट लंबी अवधि के लिए एसआईपी माध्यम के जरिए निवेश के लिहाज से बेहतर इंवेस्टमेंट ऑप्शन है. 


SIP की तारीख मायने नहीं रखती


मंथली एसआईपी के लिए कौन सी तारीख महीने की चुननी चाहिए? इस प्रश्न के जवाब में स्टडी में पाया गया कि 10 साल के एसआईपी के औसतन रिटर्न को देखने के बाद ये बात कोई मायने नहीं रखती है कि निवेशक महीने की किस तारीख को एसआईपी के लिए चुनें. एसआईपी फ्रीकेंसी यानि डेली, हफ्ते या मंथली एसआईपी पर व्हाइटओक म्यूचुअल फंड की स्टडी में पाया गया कि लंबी अवधि के लिए एसआईपी करने पर ये बात मायने नहीं रखता है कि आप डेली, वीकली या मंथली एसआईपी करें. 


लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न 


निवेशकों के सवाल कि बाजार बेहतर नहीं कर रहा तो क्या एसआईपी को रोक देना चाहिए? इस प्रश्न के जवाब में स्टडी में पाया गया कि इक्विटी एसेट क्लास में बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव देखने को मिलता है. ऐसे में शुरुआती निवेश की यात्रा में कुछ अवधि ऐसे हो सकते हैं जिसमें कम रिटर्न मिले. लेकिन ऐतिहासिक डेटा ये बताते हैं कि पहले 5 सालों में एसआईपी में कम रिटर्न मिला है लेकिन 10 वर्ष में औसतन रिटर्न शानदार रहा है. स्टडी के मुताबिक एसआईपी टॉप-अप उस निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है जिन्हें उम्मीद है कि उनके इनकम में ग्रोथ समय दर समय बढ़ती रहेगी और खर्च घटता रहेगा.  


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