(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mutual Fund SIP: म्यूचुअल फंड में एसआईपी की क्यों राधिका गुप्ता ने की मर्सिडीज से तुलना!
Systematic Investment Plan: म्यूचुअल फंड में एसआईपी निवेश हर महीने नए ऐतिहासिक हाई बना रहा है और अगस्त 2024 में ये 23547 करोड़ रुपये के ऑलटाइम हाई पर जा पहुंचा है.
Mutual Fund SIP: सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान कोई खर्च नहीं बल्कि ये भविष्य के लिए किया जाने वाला निवेश है. ये कहना है ए़डलवाइज म्यूचुअल फंड की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता का. राधिका गुप्ता ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जवाब में लिखते हुए ये बातें कही है. मंगलवार 10 सितंबर को म्यूचुअल फंड की बॉडी एम्फी ने अगस्त महीने में निवेश का डेटा जारी किया था जिसके मुताबिक अगस्त 2024 में म्यूचुअल फंड्स में एसआईपी निवेश 23547 करोड़ रुपये के ऑलटाइम हाई पर जा पहुंचा है.
दवाओं पर मंथली खर्च के पार पहुंचा एसआईपी निवेश
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्स पर तिजोरी नाम के यूजर ने मार्च 2018 से लेकर जुलाई 2024 के दौरान म्यूचुअल फंड्स में एसआईपी के जरिए आने वाले निवेश में आई उछाल के साथ घरेलू बाजार में दवाओं के सेल्स में बढ़ोतरी का डेटा शेयर किया. इस डेटा को शेयर करते हुए यूजर ने लिखा, भारतीयों का एसआईपी पर मंथली खर्च मार्च 2024 में दवाओं पर किए जाने मंथली खर्च को भी पीछे चोड़ चुका है. डेटा के मुताबिक मार्च 2018 में एसआईपी निवेश 7119 करोड़ रुपये रहा था तो उसी महीने में घरेलू फार्मा सेल्स का आंकड़ा 9990 करोड़ रुपये रहा था. मार्च 2024 में एसआईपी के जरिए किया जाने वाला निवेश 19,271 करोड़ रुपये रहा था जो मार्च 2024 में दवाओं पर किए गए 16,158 करोड़ रुपये खर्च से ज्यादा रहा था. यूजर ने अपने पोस्ट में लिखा मार्च 2024 से पहले भारतीय वित्तीय तौर पर मन की शांति से ज्यादा दवाओं पर ज्यादा खर्च किया करते थे.
Random Stat
— Tijori (@Tijori1) September 10, 2024
India's monthly spend on its SIP's beat India's monthly spend on medicines only a few months back - March 2024
Until then, Indians were spending more on pharmaceuticals every month than financial peace of mind😊 pic.twitter.com/wPn65uuzca
एसआईपी नहीं है कोई खर्च
इसी पोस्ट का जवाब देते हुए राधिका गुप्ता ने लिखा, पहले मर्सिडीज फिर मेडिसीन. मर्सिडीज से उनका मतलब निवेश है और मेडिसीन का मतलब खर्च. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, एसआईपी निवेश के बढ़ने के बाद इससे पिछड़ने से सभी परेशान है. लेकिन इसमें मैं सुधार करना चाहती हूं - एसआईपी कोई खर्च नहीं है बल्कि ये भविष्य के लिए किया जाने वाला निवेश है. उन्होंने भारतीय से निवेश करते रहने की अपील की है.
First Mercedes then medicines 😎
— Radhika Gupta (@iRadhikaGupta) September 11, 2024
Everyone’s worried about being beaten by SIPs. But small correction - SIP is not a spend, but an investment in the future.
Keep investing India 🇮🇳 https://t.co/1wKYHRoslA
बढ़ रहा एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश
दरअसल म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश करना निवेशकों को बहुत रास आ रहा है. इसका नतीजा है कि एसआईपी निवेश का आंकड़ा हर महीने ऑलटाइम हाई के लेवल को छू रहा है तो नए खुलने वाले एसआईपी अकाउंट्स की संख्या में भी जोरदार बढ़ोतरी देखी जा रही है.
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