Mutual Fund Tips: म्यूचुअल फंड एक लोकप्रिय निवेश विक्लप बनता जा रहा है. खासकर म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए लोग निवेश करना अधिक पसंद कर रहे हैं. एसआईपी के जरिए वह लोग भी निवेश कर बड़ा फंड बना सकते हैं जो कि कम उम्र में वित्तीय प्लानिंग नहीं कर पाए.  


अन्य एसेट क्लास की तुलना में इक्विटी म्यूचुअल फंड तेजी से पैसा बना सकते हैं. जानकार मानते हैं जिन लोगों ने 40 वर्ष की आयु तक पहुंचकर भी रिटायरमेंट के लिए निवेश नहीं किया है वे एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश कर 10-12 वर्षों में एक बड़ा फंड बना सकते हैं. जानकारों के मुताबिक 12 वर्षों की अवधि में एसआईपी रूट का इस्तेमाल कर 1  करोड़ रुपये का फंड बनाया जा सकता है. जानते हैं यह कैसे हो सकता है: -


पहला तरीका
यदि कोई व्यक्ति 12 वर्षों तक नियमित रूप से एसआईपी रूट के जरिए इनवेस्ट करता है तो उसे म्यूचुअल फंड से 12 फीसदी रिटर्न मिल सकता है. 12 फीसदी के अपेक्षित रिटर्न के आधार पर एक व्यक्ति को हर महीने एसआईपी के जरिए 31,342 रुपये का निवेश करना होगा जिसके बाद 12 वर्षों में 1 करोड़ रुपये का फंड तैयार हो सकता है.


दूसरा तरीका
अगर आप इतनी राशि का निवेश करने में सक्षम नहीं है तो आपको स्टेप-अप एसआईपी का ऑप्शन चुनना होगा.  आपको एक छोटी राशि से शुरुआत करनी होगी और फिर आपको हर साल अपने एसआईपी निवेश राशि में एक निश्चित प्रतिशत का इजाफा करना होगा. ऐसा करके आप 1 करोड़ रुपये का फंड जुटा सकते हैं.


अगले 12 वर्षों के लिए एसआईपी निवेश राशि में अगर आप हर साल 10% की वृद्धि करते हैं तो 1 आपको करोड़ रु के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 20,680 रुपये की एसआईपी के साथ शुरुआत करना होगा. इसके बाद हर साल एसआईपी राशि में 10-10 फीसदी का इजाफा करते रहें.


इन बातों का भी रखें ध्यान



  • जानकारों के मुताबिक सारी राशि एक फंड में नहीं डाले बल्कि पैसे को कुछ इंडेक्स फंड सहित 3-4 अलग-अलग इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करें.

  • निवेश अवधि 12 साल है, तो मिड स्मॉल-कैप फंड और सेक्टर फंड से बचें. आफ ईएलएसएस फंड को चुन सकते हैं जो कि इस उद्देश्य के लिए सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स बेनेफिट ऑफर करते हैं.


(यहां ABP News द्वारा किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. योजनाओं की NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती है. किसी म्यूचुअल फंड का पूर्व प्रदर्शन, आवश्यक रूप से योजनाओं के भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है. म्यूचुअल फंड, किन्हीं भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है और वह वितरण योग्य अधिशेष की उपलब्धता और पर्याप्तता से विषयित है. निवेशकों से सावधानी के साथ विवरण पत्रिका (प्रॉस्पेक्टस) की समीक्षा करने और विशिष्ट विधिक, कर तथा योजना में निवेश/प्रतिभागिता के वित्तीय निहितार्थ के बारे में विशेषज्ञ पेशेवर सलाह को हासिल करने का अनुरोध है.)


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