My Mudra Fincorp IPO Listing: लोन बांटने वाली कंपनी माय मुद्रा फिनकॉर्प के शेयरों की लिस्टिंग गुरुवार को शेयर बाजार के NSE के SME प्लेटफॉर्म पर हो गई. इस आईपीओ को निवेशकों द्वारा बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला था और इसे कुल 102 गुना से ज्यादा भरा गया था. कंपनी के शेयर बाजार में 130 रुपये पर लिस्ट हुए हैं. वहीं आईपीओ में शेयरों का प्राइस बैंड 110 रुपये पर जारी किया गया था. ऐसे में निवेशकों को 18.2 फीसदी का लिस्टिंग गेन हासिल हुआ है. हालांकि खास बात यह रही है कि ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर 33 फीसदी प्रीमियम पर ट्रेंड कर रहे थे. ऐसे में GMP के मुताबिक कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग नहीं हुई है.
आईपीओ को निवेशकों से मिला था अच्छा रिस्पॉन्स
माय मुद्रा फिनकॉर्प के आईपीओ को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था. इस आईपीओ को कुल 102.48 गुना तक सब्सक्रिप्शन मिला था. इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने अपने हिस्से को 48.83 गुना तक सब्सक्राइब किया था. वहीं नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों (NII) ने अपने हिस्से को 159.37 गुना और खुदरा निवेशकों ने अपने हिस्से को 108.77 गुना तक भर दिया था. कंपनी ने 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 3,024,000 लाख शेयर जारी किए थे. कंपनी ने यह सभी शेयर फ्रेश जारी किए थे.
33.26 करोड़ के इस आईपीओ 5 से 9 सितंबर 2024 के बीच खुला था. आईपीओ में शेयरों का प्राइस बैंड 104 रुपये से 110 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया था. आईपीओ में कंपनी ने 1200 शेयरों का एक लॉट तय किया था.
कंपनी आईपीओ के पैसों का क्या करेगी?
कंपनी आईपीओ के जरिए जुटने वाली रकम का इस्तेमाल अलग-अलग उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी. कुछ पैसों का इस्तेमाल पुराने कर्जों को वापस करने के लिए किया जाएगा. वहीं कुछ का यूज तकनीक डेवलपमेंट और डिजिटल इंफ्रा में निवेश के लिए किया जाएगा. इसके साथ ही कुछ रकम का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरत और कॉरपोरेट उद्देश्यों के पूरा करने के लिए किया जाएगा.
कैसी है कंपनी की वित्तीय स्थिति?
माय मुद्रा फिनकॉर्प देश के कई बड़े बैंकों और NBFC के साथ काम करती है. कंपनी होम लोन, बिजनेस लोन, प्रॉपर्टी लोन, पर्सनल लोन आदि कई तरह के लोन बांटती है. इसके अलावा कंपनी इंश्योरेंस सेक्टर में भी सर्विस प्रदान करती है. कंपनी की वित्तीय हालात पिछले कुछ सालों में अच्छी रही है. वित्त वर्ष 2022 में कंपनी ने 46.86 लाख का प्रॉफिट कमाया था. वहीं वित्त वर्ष 2023 में यह बढ़कर 3.47 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. वित्त वर्ष 2024 में यह 8.36 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
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