Stock Market Update: लोकसभा चुनावों के लिए छठे चरण का चुनाव शविनार 25 मई को होगा और 1 जून को सातवें चरण के लिए वोट डालेंगे जायेंगे. 4 जून 2024 को लोकसभा चुनाव जीतने के लिए एनडीए और इंडिया गठबंधन जद्दोजहद कर रही है. दूसरे और तीसरे चरण के चुनाव के बाद शेयर बाजार में कम मतदान होने के चलते तेज गिरावट देखने को मिली थी. लेकिन चौथे और पांचवें चरण के मतदान के बाद बाजार ने शानदार रिकवरी दिखाई है. 


मोदी-शाह के भरोसे ने बदली बाजार की चाल 


बाजार को ये डर सत्ता रहा था कि कम मतदान का नुकसान एनडीए गठबंधन को उठाना पड़ सकता है. लेकिन जैसे 13 मई, 2024 को गृह मंत्री अमित शाह ने ये दावा किया कि 4 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र में फिर से एनडीए सरकार बनेगी और 4 जून को बाजार नई ऊंचाईयों को छूने में कामयाब रहेगा. उन्होंने निवेशकों को खरीदारी करने की सलाह दी इसके बाद शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला थम गया और उस दिन से बाजार में जो तेजी शुरू हुई है वो अभी भी जारी है. इसके बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भई कहा कि 4 जून को बाजार ऑलटाइम हाई बनाएगा.  


बाजार ऑलटाइम हाई पर


लोकसभा चुनाव के नतीजे की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही भारतीय शेयर बाजार ने ऐतिहासिक हाई बना रहा है. शुक्रवार 24 मई, 2024 को बीएसई सेंसेक्स 75,636 के ऑलटाइम हाई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी पहली बार 23,000 के आंकड़े को पार करते हुए 23,026 के लेवल तक जा पहुंचा है. जबकि 13 मई को सेंसेक्स 71,866 और निफ्टी 21,821 के निचले लेवल तक जा फिसला था. लेकिन इस लेवल से सेंसेक्स में 3770 और निफ्टी में 800 अंकों का उछाल आ चुका है. बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैपिटलाइजेशन 420 लाख करोड़ रुपये पर आ पहुंचा है जो 10 मई 2023 को 396 लाख करोड़ रुपये के करीब था. यानि उस लेवल से निवेशकों की संपत्ति में महज 11 दिनों के सत्र में 24 लाख करोड़ रुपये का उछाल आ चुका है. 


4 जून का बाजार को इंतजार 


बाजार में उठापटक के बीच कई ब्रोकरेज हाउस ने रिपोर्ट भी जारी किया जिसमें ये भरोसा जताया कि मौजूदा सरकार की फिर से सत्ता में वापसी होगी. इंवेस्टेक ने कहा, कम मतदान को लेकर कहा जा रहा कि सत्ताधारी दल के लिए लहर नहीं है पर हम इससे सहमत नहीं है. इंवेस्टेक ने कहा, ये चुनाव लहर वाला चुनाव नहीं है जिसमें कोई मुद्दा नोटर के सेंटीमेंट को प्रभावित करती हो. ब्रोकरेज व स्टॉक रिसर्च फर्म जेफ्फरीज के एनालिस्ट क्रिस वुड का मानना है कि अगर एनडीए सरकार के अनुकूल जनमत नहीं आता है, तब बाजार में गिरावट आ सकती है. वुड कहते हैं कि दो-तिहाई सीटों पर मतदान हो चुके हैं. कुल मतदान 2019 के मुकाबले 2 फीसदी कम है. इससे ऐसी संभावना जताई जा रही है कि चुनाव के नतीजे बीजेपी के लिए वैसे नहीं आए जैसा पहले अनुमान जताया जा रहा था. बाजार के कई जानकार लोकसभा चुनाव के नतीजों के एलान से पहले निवेशकों को सावधानी भी बरतने को कह रहे हैं.  
 


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