National Insurance Awareness Day 2024: बीमा को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए देशभर में 28 जून को राष्ट्रीय बीमा जागरूकता दिवस (National Insurance Awareness Day) मनाया जाता है. बीमा जागरूकता के खास मौके पर देश की बड़ी ऑनलाइन बीमा प्लेटफॉर्म कंपनी पॉलिसी बाजार डॉट कॉम ने इंश्योरेंस क्लेम और सेटलमेंट को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट का शीर्षक है 'Is India Happy with Insurance Claim'. पॉलिसीबाजार के इस सर्वे में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र और अलग-अलग उम्र की महिलाओं और पुरुषों सभी को शामिल किया है.


इंश्योरेंस क्लेम सेटलमेंट को लेकर बेहतर हुआ है माहौल


रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ सालों में हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम को लेकर स्थिति में बहुत तेजी से सुधार दर्ज किया गया है. देश में हर 100 में से 94 क्लेम को मंजूर कर लिया गया है. ऐसे में इंश्योरेंस क्लेम सेटलमेंट रेश्यो 94 फीसदी रहा है. ज्यादातर ग्राहकों के क्लेम को कंपनियां स्वीकार कर रही हैं. केवल 6 फीसदी ऐसे क्लेम थे, जो सेटल नहीं हो पाए हैं. इसके अलावा सर्वे में 86 फीसदी लोगों ने कहा कि वे अपने इंश्योरेंस क्लेम सेटलमेंट के अनुभवों से खुश हैं. क्लेम सेटलमेंट रेट बढ़ाने में डिजिटल प्लेटफॉर्म का बहुत बड़ा योगदान रहा है. डिजिटल प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल से अब ऑनलाइन क्लेम रिजेक्शन रेट 6 फीसदी से घटकर 2.5 फीसदी रह गई है.


ग्राहकों में बढ़ रही संतुष्टि


इस रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि देश में 86 फीसदी हेल्थ इंश्योरेंस के ग्राहक अपने क्लेम सेटलमेंट के अनुभव से संतुष्ट हैं. इसमें 40 फीसदी ग्राहकों ने बहुत ज्यादा संतुष्टि जताई है. इंश्योरेंस कंपनियों के कैशलेस क्लेम सेटलमेंट, कम दस्तावेजों का इस्तेमाल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के कारण क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया में सुधार आया है. बीमा नियामक IRDAI ने हाल ही कैशलेस जैसे सुविधाओं को बढ़ाने के लिए बीमा एवरीवेयर पहल की शुरुआत की है. इसमें कंपनियों को केवल तीन घंटे में क्लेम सेटलमेंट करने की बात कही गई है. इस पहल का असर अब क्लेम सेटलमेंट पर लगने वाले वक्त पर दिख रहा है.


क्यों 6 फीसदी क्लेम हो रहे रिजेक्ट?


इस रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि रिजेक्ट होने वाले 6 फीसदी क्लेम में से आधे में ग्राहकों ने पहले से बीमा कंपनियों को अपनी बीमारी के बारे में जानकारी नहीं दी थी. ऐसे में यह बीमा क्लेम रिजेक्ट होने का बड़ा कारण बना हुआ है. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 86 फीसदी ग्राहकों द्वारा संतुष्टि जताने के बाद भी अभी भी क्लेम सेटलमेंट में कुछ इंप्रूवमेंट की गुजाइंश है.


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