National Saving Certificate vs Public Provident Fund: मार्केट में निवेशकों के लिए कई सुरक्षित निवेश के विकल्प मौजूद हैं, लेकिन आज भी बहुत से लोग पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाओं में निवेश करना पसंद करते हैं. अलग-अलग निवेशकों की जरूरतों को ध्यान में रखने हुए पोस्ट ऑफिस कई तरह की स्कीम लॉन्च करता रहता है. आज हम आपको पोस्ट ऑफिस की राष्ट्रीय बचत योजना यानी नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम और पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम के बारे विस्तार से बताने वाले हैं. अगर आप इन दोनों में से किसी एक स्कीम में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको इन स्कीमों पर मिलने वाले ब्याज दर के बारे में जानकारी दे रहे हैं. इसके साथ ही आपके लिए कौन सी स्कीम बेहतर है इसकी जानकारी दे रहे हैं.


नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (National Saving Certificate)


नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट एक फिक्स्ड इनकम बचत योजना है जो पोस्ट ऑफिस द्वारा चलाई जाती है. इस स्कीम के तहत आप 5 साल के लिए निवेश कर सकते हैं. योजना के तहत 1,000 रुपये से लेकर 100 के मल्टीपल में कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं. इसकी कोई लिमिट तय नहीं की गई है. सरकार ने 1 जुलाई, 2023 को इसकी ब्याज दरों में बदलाव किया है और यह बढ़कर 7.7 फीसदी पहुंच चुकी है. इस योजना में निवेश करने के लिए आप किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीद सकते हैं. उसके बदले उतनी राशि आपको जमा करनी होगी और आपको सर्टिफिकेट मिल जाएगा. इस स्कीम में आप सिंगल या ज्वाइंट खाते के रूप में तीन लोग निवेश कर सकते हैं. इस स्कीम में भी आपको इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये की छूट मिलती है.


पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund)


पब्लिक प्रोविडेंट फंड भी सरकार समर्थित बचत योजना है जिसे खासतौर पर लंबी अवधि के लिए बनाया गया है. इस योजना के तहत आप हर साल 500 रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये तक का निवेश करके मैच्योरिटी में मोटा फंड प्राप्त कर सकते हैं. इस स्कीम के तहत मौजूदा वक्त में 7.1 फीसदी की ब्याज दर का लाभ मिल रहा है. योजना में निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये की छूट मिलती है. इस स्कीम की मैच्योरिटी 15 साल के बाद होती है. वहीं 5 साल निवेश के बाद आप खाते से इमरजेंसी की स्थिति में आंशिक निकासी कर सकते हैं.


दोनों से कौन सी स्कीम है बेहतर?


गौरतलब है कि एनएससी स्कीम एक एकमुश्त निवेश करने वाली बचत योजना है जिसमें एक बार निवेश करके आप पांच साल बाद आप मैच्योरिटी पर पूरी राशि प्राप्त कर सकते हैं. वहीं पीपीएफ स्कीम महीने के हिसाब से पैसे जमा करके 15 साल बाद एकमुश्त मोटा फंड प्राप्त कर सकते हैं. इस स्कीम को प्रोविडेंट फंड की तर्ज पर बनाया गया है इसका लाभ कोई भी भारतीय नागरिक ले सकता है. वहीं ब्याज दर के लिहाज से देखा जाए तो एनएससी स्कीम पर आपको ज्यादा रिटर्न मिल रहा है.


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