नई दिल्लीः अगर मई के आखिरी दिनों में आपको बैंक के काम हैं तो पहले ही कर लीजिए. बैंक संगठनों ने 30 और 31 मई को देशव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है. बैंकों के संगठन युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने कहा है कि वो इंडियन बैंक असोसिएशन की तरफ से वेतन बिल में 2 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी को लेकर संतुष्ट नहीं है और इसके खिलाफ मई के आखिरी दो दिनों में पूरे देश में हड़ताल करेंगे.


युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के अंतर्गत आने वाले सभी 9 बैंक संगठन जैसे (AIBEA, AIBOC, NCBE, AIBOA, BEFI, INBEF, INBOC, NOBW, NOBO) ने मई के आखिर में 48 घंटों की हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है.


दरअसल पांच मई को यूएफबीयू (युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस) और आईबीए (इंडियन बैंक एसोसिएशन) के बीच हुई बैठक में बैंक कर्मचारियों के लिए सिर्फ 2 फीसदी वेतन वृद्धि का प्रस्ताव दिया गया जिसे यूएफबीयू ने ठुकरा दिया और अब इसके खिलाफ देशव्यापी हड़ताल का प्रस्ताव लाया गया है.


साफ है कि बैंकों की हड़ताल से लोगों को बैंक से पैसे निकालने-जमा करने, चेक जमा करने, डिमांड ड्राफ्ट बनवाने, पासबुक अपडेट करवाने जैसे कई कामों के लिए 2 दिन का इंतजार करना पड़ेगा. लिहाजा अगर आपके जरूरी काम हैं तो इन्हें 30 मई से पहले ही कर लें.


क्या है प्रस्तावित कार्यक्रम
प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक 16 मई को यूएफबीयू एक ज्ञापन आईबीए को सौंपेगा और 17 मई को सभी बैंकों की शाखाओं के बाहर प्रदर्शन किए जाएंगे. 18 मई को वित्त मंत्री अरुण जेटली को ज्ञापन सौंपा जाएगा और 19 मई को श्रम मंत्री को भी ज्ञापन दिया जाएगा. 21 मई को सभी बैंक शाखाओं में स्ट्राइक से जुड़े पोस्टर चस्पा किए जाएंगे और 22 मई को वित्त मंत्रालय, वित्त सचिव को एफबीयू ज्ञापन सौंपेंगा. 24 मई को सभी राज्यों में प्रेस वार्ता का आयोजन किया जाएगा और सभी शाखाओं के केंद्र के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. 29 मई को सभी बैंक केंद्रों पर केंद्रीयकृत विरोध प्रदर्शन होगा और 30 व 31 मई को देशव्यापी बैंक हड़ताल होगी.


बैंक कर्मचारियों की मांग है कि ऐसे समय में जब महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है इस तरह के कम वेतन वृद्धि में बैंक कर्मचारी किस तरह जीवन यापन कर सकते हैं. इसे लेकर ही देशव्यापी हड़ताल बुलाई जा रही है.