Layoffs Survey: देश में छंटनी का दौर जल्द होगा खत्म, भारतीय कर्मचारियों की 20 फीसदी बढ़ेगी सैलरी, सर्वे में हुआ खुलासा
Naukri Survey: देश में छंटनी का दौर जल्द ही खत्म होने वाला है. भारतीय कर्मचारियों को इस साल 20 फीसदी तक की वेतन वृद्धि देखने को मिलेगी.
Survey on Layoffs: देश और दुनिया में पिछले साल से नौकरियों में शुरू हुआ छंटनी (Layoff) का दौर जल्द ही खत्म होने जा रहा है. छंटनी को लेकर कुछ राहत की खबर सामने आ रही है. देश में नौकरी देने वाली ऑनलाइन वेबसाइट नौकरी डॉट कॉम (Naukri.com) के एक सर्वेक्षण (Survey) में बड़ा खुलासा हुआ है. वही इस साल अपना कैरियर शुरू करने वालों पर इसका असर कम पड़ेगा. साल 2023 के पहले चरण में छंटनी कम होने की उम्मीद जताई जा रही है. जानिए इससे जुड़ी खास जानकारी क्या है.
20 फीसदी बढ़ेगी सैलरी
नौकरी डॉट कॉम की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, छंटनी से आईटी सेक्टर (IT Sector) में काम करने और वरिष्ठ पेशेवर सबसे अधिक प्रभावित होंगे. सर्वेक्षण में भारतीय कर्मचारियों को इस साल 20 प्रतिशत तक की वेतन वृद्धि होगी. जॉब पोर्टल के 1,400 रिक्रूटर्स और कंसल्टेंट्स पर किए सर्वे में केवल 4 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने छंटनी का अनुमान लगाया गया है. उनके संगठनों में प्रमुख भर्ती प्रभावित नहीं हुई है.
सीनियर की होगी छंटनी
सर्वेक्षण में कहा गया है कि आईटी सेक्टर में कार्यरत कर्मियों पर छंटनी का सबसे अधिक प्रभाव पड़ने वाला है. वहीं इन 10 क्षेत्रों में मामूली असर देखने को मिलेगा. इसमें भर्ती करने वालों के व्यापार विकास, मार्केटिंग, मानव संसाधन और संचालन मोर्चों पर असर पड़ेगा. जबकि 20 प्रतिशत रिक्रूटर्स को लगता है कि सीनियर की छंटनी ज्यादा होने की उम्मीद है.
15 फीसदी कर्मचारी छोड़ेंगे नौकरी
सर्वेक्षण के मुताबिक, नौकरियों में सुधार से फ्रेशर्स पर कम से कम असर देखने को मिलेगा. सर्वेक्षण में कहा गया है कि लगभग आधे कर्मचारियों को साल की पहली छमाही के दौरान 15 प्रतिशत से अधिक छंटनी से प्रभावित होंगे, जिसमें आईटी सेक्टर में काम करने वाले सबसे ज्यादा कर्मचारी होंगे. ये बड़े पोस्ट पर काम करने वाले कर्मचारी हो सकते है.
रिप्लेसमेंट के साथ मिलेगी नौकरी
सर्वे में कहा गया है कि वैश्विक रोजगार बाजार में कई तरह की अनिश्चितता चल रही है. इसके बाद भी 92 प्रतिशत कर्मचारी नए साल की पहली छमाही में नई नौकरी के लिए काफी आशान्वित हैं. सर्वे में शामिल करीब आधे लोगों को नई और रिप्लेसमेंट हायरिंग होने की उम्मीद है. इसमें 29 फीसदी को केवल नए रोजगार सृजन की उम्मीद है.
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