Reliance Broadcast: एनसीएलटी ने दी हरी झंडी, रिलायंस की इस कंपनी के बिकने का रास्ता साफ
NCLT Rel Broadcast: पिछले साल से इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया से गुजर रही इस कंपनी के लिए कर्जदाताओं की समिति ने पहले ही सेफायर मीडिया की बोली को मंजूर कर दिया था...
अनिल अंबानी की अगुवाई रिलायंस समूह की एक और कंपनी के बिकने का रास्ता साफ हो गया है. राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क के एफएम रेडियो बिजनेस के सौदे पर मुहर लगा दी है.
बिग एफएम का रिजॉल्युशन
रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क बिग एफएम नाम से एफएम रेडियो का बिजनेस करती है, जिसे बिग 92.7 एफएम के नाम से भी जाना जाता है. रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क के इस एफएम बिजनेस के लिए सेफायर मीडिया ने रिजॉल्युशन प्लान पेश किया था. यह प्लान 260 करोड़ रुपये से थोड़ा बड़ा है. सेफायर मीडिया के प्लान को एनसीएलटी की मुंबई बेंच ने मंजूरी प्रदान कर दी है.
सेफायर मीडिया का ऑफर
मंजूरी किए गए रिजॉल्युशन प्लान के तहत रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क के एफएम बिजनेस के लिए सेफायर मीडिया लिमिटेड 261 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी. भुगतान सिक्योर्ड और ऑपरेशनल क्रेडिटर्स को किया जाएगा. हालांकि इस बिजनेस के लिए कर्जदाताओं से टोटल 947.5 करोड़ रुपये के दावे प्राप्त हुए थे.
इतना बड़ा है बिग एफएम का बिजनेस
रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क के स्वामित्व में बिग एफएम नाम से चलने वाला बिजनेस कभी अनिल अंबानी की अगुवाई वाले समूह का चमकता सितारा हुआ करता था. बिग एफएम अभी भी भारत का सबसे बड़ा रेडियो नेटवर्क है, जिसके पास 58 रेडियो स्टेशन हैं. बिग एफएम अभी अपने 58 स्टेशनों की मदद से देश के 12 सौ से ज्यादा शहरों और 50 हजार से ज्यादा गांवों में उपस्थित है.
पिछले साल शुरू हुई थी प्रक्रिया
इसकी इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया पिछले साल फरवरी में शुरू की गई थी. एनसीएलटी ने इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के तहत शुरू की गई प्रक्रिया के लिए रोहित मेहरा को रिजॉल्युशन प्रोफेशनल नियुक्त किया था. इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया के तहत सेफायर मीडिया ने अपना ऑफर पेश किया था, जिसे पिछले साल नवंबर में बिग एफएम के कर्जदाताओं ने मंजूर कर दिया था. उसके बाद डील को पूरा करने के लिए सेफायर मीडिया के ऑफर को एनसीएलटी से हरी झंडी मिलने की दरकार थी.
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