GVK Power: 18 हजार करोड़ का मामला, कंपनी का निकला दिवाला! आधा रह गया शेयर का भाव
GVK Power and Infra: पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम करने वाली इस कंपनी को एनसीएलटी ने दिवालिया मान लिया है और उसके खिलाफ इनसॉल्वेंसी की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश सुनाया है...
पावर व इंफ्रा सेक्टर की एक और कंपनी अंतत: दिवालिया हो गई है. यह मामला है जीवीके पावर एंड इंफ्रा का, जिसके ऊपर 18 हजार करोड़ रुपये की रिकवरी का मामला बना है और अब एनसीएलटी ने कंपनी के खिलाफ इनसॉल्वेंसी की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला सुनाया है. दूसरी ओर आर्थिक संकटों के तेज होने के असर कंपनी के शेयरों के भाव पर भी हुआ है, जो कम होकर अब आधा रह गया है.
कंपनी के ऊपर 18 हजार करोड़ का बकाया
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की हैदराबाद बेंच ने मंगलवार को जीवीके पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (जीपीआईएल) के खिलाफ दिवाला शोधन की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया. एनसीएलटी का यह फैसला आईसीआईसीआई बैंक की एक याचिका पर आया है. याचिका में आईसीआईसीआई बैंक के अलावा पांच अन्य बैंक भी शामिल थे. बैंक कंपनी से करीब 18 हजार करोड़ रुपये की रिकवरी की मांग कर रहे हैं.
10 रुपये से नीचे आया शेयर का भाव
इसका मतलब हुआ कि एनसीएलटी ने जीवीके इंफ्रा एंड पावर को दिवालिया मान लिया है और अब कंपनी के खिलाफ आईबीसी कानून के तहत बकाए की रिकवरी की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी. एनसीएलटी का फैसला आने के बाद कंपनी के शेयर मंगलवार को बाजार में औंधे मुंह गिर गए. कल के कारोबार में शेयर पर लोअर सर्किट लग गया. अंत में जीवीके पावर शेयर 5.03 फीसदी टूटकर 9.63 रुपये पर बंद हुआ. यह कंपनी के शेयर के 52-सप्ताह के उच्च स्तर की तुलना में करीब-करीब आधा है. जीवीके पावर शेयर का 52-सप्ताह का उच्च स्तर 17 रुपये का है.
2020 में आईसीआईसीआई बैंक पहुंचा कोर्ट
पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम करने वाली कंपनी के खिलाफ आईसीआईसीआई बैंक ने नवंबर 2020 में कोर्ट में याचिका दायर की थी. बैंक का कहना था कि उसने 3 अन्य बैंकों के साथ मिलकर दुबई, बहरीन और सिंगापुर स्थित विदेशी शाखाओं के मार्फत कंपनी को 1.35 बिलियन डॉलर का लोन दिया था. दस्तावेजों से पता चलता है कि जीवीके पावर एंड इंफ्रा के ऊपर लोन और कॉरपोरेट गारंटी के रूप में 2.6 बिलियन डॉलर से ज्यादा का बकाया है.
कंपनी के ऊपर इन बैंकों का बकाया
जीवीके पावर एंड इंफ्रा का कर्ज देने वाले बैंकों में आईसीआईसीआई बैंक के अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा (रास अल खैमा ब्रांच), बैंक ऑफ इंडिया (लंदन ब्रांच), केनरा बैंक (लंदन ब्रांच), इंडियन ओवरसीज बैंक (लार्ज कॉरपोरेट ब्रांच, इंडिया) और एक्सिस बैंक शामिल हैं. अब एनसीएलटी ने आईसीआईसीआई बैंक के सुझाव पर सतीश कुमार गुप्ता को इंटरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त किया है.
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