Top Food Company in World: भारत में चिंग्स सीक्रेट की ओनर कैपिटल फूड अपना कारोबार बेच रहा है. ऐसे में इसे खरीदने की रेस में कई दिग्गज फर्म शामिल हो चुके हैं. अंतिम बोलीदाताओं की लिस्ट में टाटा ग्रुप की कंपनी, नेस्ले इंडिया, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, ओर्कला और निसिन फूड जैसे कई फर्म शामिल हैं. इतनी कंपनियों के एक रेस में शामिल होने से मुकाबला दिलचस्प हो चुका है. 


कैपिटल फूड के तीन प्रमुख शेयर होल्डर्स ने पिछले साल ही इसकी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया था. तीन प्रमुख शेयर होल्डर में एक यूरोपीय परिवार कार्यालय और निवेश ब्रांच इनवस ग्रुप की 40 फीसदी, अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी ग्रुप जनरल अटलांटिक की 35 फीसदी और कैपटिल फूड के चेयरमैन अजय गुप्ता की 25 फीसदी हिस्सेदारी है. 


कैपिटल फूड्स को खरीदने की रेस में बड़े-बड़े दिग्गज 


कैपिटल फूड को खरीदने की रेस में दुनिया के बड़े-बड़े फूड कंपनी शामिल हो चुकी हैं. दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी नेस्ले, टाटा ग्रुप, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, जापनी की सबसे बड़ी नूडल फूड कंपनी निसिन फूड्स, नाॅर्वे की ओर्कला और दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी फूड कंपनी क्रैफ्ट हिंज काॅर्पोरेशन चिंग्स सीक्रेट के ओनर कंपनी को खरीदने के लिए पिछले कुछ सप्ताह के दौरान शामिल हुए हैं. 


मई में हो सकती है बोली 


ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर खरीदार कंपनी के मैनेजमेंट के साथ मीटिंग कर चुके हैं और बाकी के खरीदार  बोली से पहले बैठक कर सकते हैं. कैपिटल फूड के लिए बोली मई से पहले पूरी की जा सकती है. कैपिटल फूड को अजय गुप्ता ने 1995 में पेश किया था. ये कंपनी भारत में सूप, नूडल, मसाला, करी पेस्ट और लहसुन पेस्ट जैसी चीजें बनाती और बेचती है. 


कितने में डील होने का अनुमान 


मार्च 2022 के अंत में कैपिटल फूड को 14 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा था, जिस कारण कंपनी का रेवेन्यू घटकर 580 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. हालांकि वित्त वर्ष 2023 में 900 करोड़ रुपये तक होने की उम्मीद है. कैपिटल फूड के लिए बोली 1 अरब डाॅलर से 1.25 अरब डाॅलर से बोली शुरू हो सकती है. 


ये भी पढ़ें  


SCSS vs Bank FD: सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम या बैंक एफडी, जानिए किसमें निवेश करना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद