रिजर्व बैंक ने देश के करोड़ों क्रेडिट कार्ड धारकों को शानदार तोहफा दिया है. अब क्रेडिट कार्ड के यूजर कार्ड लेते समय अपनी पसंद से कार्ड नेटवर्क चुन सकेंगे. सेंट्रल बैंक ने पहले भी इस बारे में जानकारी दी थी. अब रिजर्व बैंक ने आज बुधवार को निर्देश जारी कर दिया.


नए नियमों से इन्हें होगा फायदा


आरबीआई ने यह निर्देश पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम्स एक्ट 2007 के तहत जारी किया है. सेंट्रल बैंक का कहना है कि कार्ड जारी करने वाले बैंक अब अपनी मर्जी से ग्राहकों के ऊपर क्रेडिट कार्ड नेटवर्क नहीं थोप सकते हैं. उन्हें क्रेडिट कार्ड के यूजर्स को नेटवर्क चुनने का विकल्प देना होगा. रिजर्व बैंक के इस निर्देश से क्रेडिट कार्ड के यूजर्स के साथ-साथ घरेलू कार्ड नेटवर्क रूपे को भी फायदा होने वाला है.


इस कारण रिजर्व बैंक ने दिया निर्देश


अभी तक यह होता था कि यूजर्स को इश्यूअर की ओर से क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड किया जाता था. क्रेडिट कार्ड का नेटवर्क क्या होगा, इसे तय करने का विकल्प या अधिकार ग्राहकों के पास नहीं होता था. रिजर्व बैंक ने निर्देश में इस बात का जिक्र भी किया है. उसने कहा है कि कार्ड नेटवर्क और कार्ड इश्यूअर यानी बैंक आपस में समझौता कर ग्राहकों के विकल्प को सीमित कर रहे हैं. इसी कारण रिजर्व बैंक को डाइरेक्टिव जारी करना पड़ा है.


इस तरह से देने होंगे ऑप्शन


रिजर्व बैंक ने कहा- चाहे बैंक का मामला हो या नॉन-बैंक इंस्टीट्यूशन का, कस्टमर के कार्ड नेटवर्क के बारे में निर्णय कस्टमर का नहीं होता है, बल्कि इश्यूअर और कार्ड नेटवर्क के समझौते से तय होता है. इस कारण रिजर्व बैंक ने कार्ड इश्यूअर और कार्ड नेटवर्क के बीच किसी तरह के समझौते पर रोक लगा दी है. रिजर्व बैंक ने निर्देश में साफ कहा है- कार्ड जारी करने वाले कार्ड नेटवर्क के साथ कोई ऐसा समझौता नहीं करेंगे, जिससे ग्राहकों के द्वारा अन्य कार्ड नेटवर्क की सेवा लेने की राह में कोई रुकावट पैदा हो.


पुराने ग्राहकों को भी मिलेगा विकल्प


रिजर्व बैंक ने आगे कहा है- किसी योग्य ग्राहक को कार्ड इश्यूअर इस बात का विकल्प देंगे कि कार्ड लेते समय वे अपनी पसंद का कार्ड नेटवर्क चुन सकें. पुराने ग्राहकों को लेकर रिजर्व बैंक ने कहा है कि उन्हें कार्ड के रिन्यूअल के समय नेटवर्क चुनने का विकल्प दिया जा सकता है.


रूपे कार्ड को ये फीचर बनाता है खास


कार्ड नेटवर्क के रूप में अभी भारत में अमेरिकन एक्सप्रेस, डाइनर्स क्लब, मास्टरकार्ड, वीजा और रूपे की पहचान की गई है. रिजर्व बैंक के इस प्रावधान से रूपे नेटवर्क को काफी फायदा हो सकता है. रूपे क्रेडिट कार्ड को हाल ही में यूपीआई पेमेंट की सुविधा मिली है. यह सुविधा अभी सिर्फ रूपे कार्ड पर मिलती है. सरकारी सपोर्ट के दम पर संख्या में रूपे कार्ड अभी मास्टरकार्ड और वीजा से आगे निकल चुका है, लेकिन वैल्यू के मामले में अब भी मास्टरकार्ड और वीजा का ही दबदबा है, क्योंकि ज्यादातर अच्छे ऑफर वाले क्रेडिट कार्ड इन दो नेटवर्क के साथ ही आते हैं. ताजे बदलाव से यह स्थिति बदलने वाली है.


ये भी पढ़ें: म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स को झटका, तोहफों पर एएमएफआई ने लगाई लगाम