RBI Board Meeting: रिजर्व बैंक के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने देश में बैंकिंग की हालत और विकास से संबंधित चुनौतियों के बारे में जानकारी ली. गवर्नर बनने के बाद संजय मल्होत्रा पहली बार रिजर्व बैंक के सेंट्रल बोर्ड की बैठक में शामिल हुए. यह रिजर्व बैंक के सेंट्रल बोर्ड की 612वीं बैठक थी. इस मौके पर उन्होंने Report on Trend and Progress of Banking in India, 2023-24 रिपोर्ट की भी समीक्षा की. इससे संबंधित विभिन्न पहलुओं पर बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई. संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में गुवाहाटी में हुई इस बैठक में रिजर्व बैंक के सेंट्रल बैंक के सभी डायरेक्टर शामिल थे.


वैश्विक एवं घरेलू आर्थिक स्थिति की भी समीक्षा की


सेंट्रल बोर्ड की बैठक में दुनिया की आर्थिक परिस्थितियों में भारत के लिए अवसर और चुनौतियों पर भी विशेष रूप से चर्चा की गई. इसके अलावा भारत की घरेलू आर्थिक संभावनाओं की गति तेज करने और बाधाओं से पार पाने के उपायों के बारे में प्रकाश डाला गया. इस मौके पर गवर्नर शक्तिकांत दास के रिजर्व बैंक में महत्वपूर्ण योगदान को भी याद किया गया. खासकर उनके कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसलों और उठाए गए नए कदमों की तारीफ की गई.


किन-किन अधिकारियों की मौजूदगी में हुई बोर्ड मीटिंग


गवर्नर के सामने रिजर्व बैंक के सेंट्रल ऑफिस डिपार्टमेंट के कामों और गतिविधियों को भी विस्तार से बताया गया. बैठक में डिप्टी गवर्नर माइकल देवब्रत पात्रा, एम राजेश्वर राव, टी रविशंकर, जे स्वामीनाथन और सेंट्रल बोर्ड के बाकी निदेशक मौजूद थे. बैठक में सेंट्रल बोर्ड के मौजूद निदेशकों के नाम सतीश के मराठे, रेवाथी अय्यर, प्रो. सचिन चतुर्वेदी, वेणु श्रीनिवासन और डॉ. रवींद्र ढोलकिया हैं.


केंद्रीय वित्तीय मंत्रालय के वित्तीय सेवाओं विभाग के सचिव नागराजू मदिराला ने भी बैठक में भाग लिया. रिजर्व बैंक का सेंट्रल बोर्ड महत्वपूर्ण बॉडी होती है. अधिकतकर नीतिगत फैसले यहीं लिए जाते हैं. इस बैठक पर केवल आर्थिक जगत ही नहीं बल्कि बैंकिंग सेक्टर और केंद्र और राज्य सरकारों की भी नजरें टिकी होती है.


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