सैलरीड क्लास को नहीं पसंद आ रहा न्यू टैक्स रिजीम, पुरुषों की बजाए महिलाओं की वित्तीय समझ ज्यादा- सर्वे
Income Tax System: भारत में इनकम टैक्स के लिए फिलहाल दो सिस्टम चल रहे हैं. सर्वे में इन्हीं को लेकर लोगों की राय ली गई और इसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.
Income Tax System: भारत सरकार की नई टैक्स पॉलिसी लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आई है. आज भी ज्यादातर लोग पुराने टैक्स सिस्टम को ही पसंद करते हैं. उनका मानना है कि वह सिस्टम नए से काफी आसान था. हाल ही किए गए एक सर्वे में लोगों की यह राय निकलकर सामने आई है. साथ ही एक और रोचक जानकारी सामने आई कि महिलाओं में टैक्स सिस्टम की समझ और उसकी गणना पुरुषों से काफी बेहतर है. महिलाओं को न सिर्फ पुराना टैक्स सिस्टम आसानी से समाज में आ गया था बल्कि नए टैक्स सिस्टम की भी वो ज्यादा जानकारी रखती हैं.
महिलाओं की वित्तीय समझ पुरुषों से ज्यादा
पॉलिसी बाजार द्वारा हाल ही में किए गए सर्वे के मुताबिक, 63 फीसदी लोग पुराने टैक्स सिस्टम को पसंद करते हैं. साथ ही 37 फीसदी ने नए सिस्टम को बेहतर बताया. इस सर्वे में महिलाओं की वित्तीय समझ को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ. नए और पुराने टैक्स सिस्टम में अपने कर की गणना महिलाओं ने बेहतर तरीके से की. महिलाओं में यह आंकड़ा 74 फीसदी और पुरुषों में सिर्फ 71 फीसदी रहा.
नौकरी वालों को भाया पुराना, कारोबारियों को नया
इस सर्वे से पता चला कि नौकरी करने वालों में से दो तिहाई पुरानी टैक्स व्यवस्था ही चाहते हैं. उधर, कारोबारियों में लगभग 50 फीसदी नई व्यवस्था को बेहतर बताते हैं. सर्वे में नौकरीपेशा, बिजनेसमैन, प्रोफेशनल्स और रिटायर्ड लोगों से सवाल किए गए थे. 7.5 लाख से 15 लाख रुपये सालाना कमाने वालों के बीच पुराना टैक्स सिस्टम ही लोकप्रिय है. दक्षिण भारत में भी यही ट्रेंड देखने को मिला, जहां 65 फीसदी लोग पुराने टैक्स सिस्टम के साथ खड़े हैं. हालांकि, पूर्वी भारत में सबसे ज्यादा 43 फीसदी लोग नए टैक्स सिस्टम को बेहतर बताते हैं.
युवाओं में लांग टर्म इनवेस्टमेंट के लिए रुचि बढ़ी
सर्वे के नतीजों के मुताबिक, अलग-अलग आयु वर्ग की सोच इन दोनों टैक्स सिस्टम को लेकर बिलकुल जुदा है. 18 से 30 आयु वर्ग के 62 फीसदी लोगों ने पुराने टैक्स सिस्टम को चुना जबकि इस आयु वर्ग में लोगों की प्राथमिकता शॉर्ट टर्म इनवेस्टमेंट की होती है. यह ट्रेंड 18 से 50 आयु वर्ग में देखा जाता था. इससे समझ आ रहा है कि युवाओं में लांग टर्म इनवेस्टमेंट के प्रति समझदारी बढ़ती जा रही है.
छोटे शहरों में भी दिखा यही ट्रेंड
टियर-2 और 3 शहरों में भी यही हालत देखने को मिले. सर्वे के नुकसार, छोटे शहरों के लगभग 61 फीसदी लोगों ने पुराने टैक्स सिस्टम को बेहतर बताया और लांग टर्म इनवेस्टमेंट को अपनी प्राथमिकता में रखा. लोगों में पीपीएफ, जीवन बीमा, यूलिप और परंपरागत निवेश के तरीके अभी भी बहुत पॉपुलर हैं. ज्यादातर लोग इन पुरानी स्कीम में ही लंबे समय के लिए अपना पैसा लगाना चाहते हैं. हालांकि, इससे स्पष्ट हो गया है कि मेट्रो से लेकर छोटे शहरों तक में लोग लांग टर्म इनवेस्टमेंट के महत्त्व को समझ चुके हैं. लोगों में निवेश को लेकर जागरूकता बढ़ी है. साथ बीमा योजनाएं भी लोकप्रिय हुई हैं.
नई व्यवस्था को प्रमोट कर रही सरकार
सरकार ने नई कर व्यवस्था को आकर्षक बनाने के लिए फरवरी, 2023 में पेश बजट में बदलाव किए थे. नई कर व्यवस्था को चुनने वाले टैक्सपेयर्स के लिए डिडक्शंस का फायदा देने का ऐलान किया गया था. हालांकि, इसके बाद भी ज्यादातर टैक्सपेयर पुरानी कर व्यवस्था को पसंद कर रहे हैं.
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