(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Old Vs New Tax Regime: टैक्सपेयर्स को नहीं भा रही नई कर व्यवथा, 100 में से 80 से ज्यादा को पुरानी ही पसंद
Old Vs New Tax Regime: सरकार नई कर व्यवस्था को आकर्षक बनाने का लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन टैक्सपेयर्स अभी भी पुरानी कर व्यवस्था को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. देखिए इस बारे में आंकड़े क्या कहते हैं...
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न भरने की डेडलाइन पार हुए एक सप्ताह गुजर चुके हैं. अभी भी कुछ टैक्सपेयर अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर टैक्सपेयर्स ने रिटर्न फाइल कर दिया है. इस साल तो टैक्सपेयर्स ने रिटर्न भरने का नया रिकॉर्ड भी बना दिया है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के आंकड़े बताते हैं कि रिटर्न फाइल करने वाले ज्यादातर लोग अभी भी पुरानी कर व्यवस्था को ही पसंद कर रहे हैं.
आपको बता दें कि इनकम टैक्स भरने के लिए टैक्सपेयर्स को अभी दो विकल्प (Income Tax Regime) मिलते हैं. एक विकल्प पहले से मौजूद पुरानी कर व्यवस्था यानी ओल्ड टैक्स रिजीम (Old Tax Regime) है, जबकि दूसरा विकल्प नई कर व्यवस्था यानी न्यू टैक्स रिजीम (New Tax Regime), जिसकी शुरुआत कुछ साल पहले ही हुई है. सरकार नई कर व्यवस्था को आकर्षक बनाने का प्रयास कर रही है और चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसी व्यवस्था को चुनें.
नई व्यवस्था को प्रमोट कर रही सरकार
सरकार ने नई कर व्यवस्था को आकषर्क बनाने के लिए फरवरी महीने में पेश बजट में कुछ बदलाव भी किया. सरकार ने नई कर व्यवस्था को चुनने वाले टैक्सपेयर्स के लिए भी कुछ डिडक्शंस का फायदा देने का ऐलान किया. हालांकि इसके बाद भी ज्यादातर टैक्सपेयर पुरानी कर व्यवस्था को पसंद कर रहे हैं. पुरानी कर व्यवस्था से टैक्सपेयर्स के लगाव में मौजूदा रिटर्न सीजन में भी कोई खास बदलाव नहीं आया.
इस फिनटेक कंपनी ने किया एनालिसिस
फिनटेक कंपनी क्लियर ने इस सीजन में फाइल किए गए रिटर्न का एनालिसिस करने के बाद टैक्सपेयर्स की पसंद का आंकड़ा पेश किया है. यह फिनटेक कंपनी पहले क्लियरटैक्स नाम से जानी जाती थी. कंपनी टैक्सपेयर्स को रिटर्न फाइल करने से जुड़े सॉल्यूशंस ऑफर करती है. अभी कई प्रोफेशनल और बड़े-छोटे व्यवसायों के साथ-साथ 50 लाख से ज्यादा इंडिविजुअल टैक्सपेयर भी क्लियर के ग्राहक हैं.
इतने लोगों की पसंद पुरानी व्यवस्था
क्लियर का एनालिसिस बताता है कि इस बार 100 में से 85 टैक्सपेयर ने पुरानी कर व्यवस्था को पसंद किया. 85 फीसदी टैक्सपेयर्स के द्वारा रिटर्न फाइल करने के लिए पुरानी कर व्यवस्था को चुनने से पता चलता है कि अभी भी उन्हें पहले वाला सिस्टम ही ज्यादा पसंद आ रहा है. वहीं आंकड़े यह भी बताते हैं कि 15 फीसदी टैक्सपेयर्स की पसंद बनकर नई व्यवस्था भी धीरे-धीरे अपनी जगह बना रही है.
इतने करोड़ रिटर्न हुए फाइल
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के आंकड़ों के अनुसार, 31 जुलाई 2023 की डेडलाइन तक 6.77 करोड़ इंडिविजुअल टैक्सपेयर्स ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया. इनकम टैक्स रिटर्न भरने वालों का यह आंकड़ा एक साल पहले की तुलना में करीब एक करोड़ ज्यादा है. टैक्सपेयर्स के इस आंकड़े में आने वाले समय में और बढ़ोतरी आ सकती है, क्योंकि अभी भी कई टैक्सपेयर 1000 रुपये की पेनल्टी देकर रिटर्न भर रहे हैं.
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