क्या है निफ्टी 50 शरिया इंडेक्स, शरिया कानून के उल्लंघन के बिना करवा सकता है शेयर बाजार में निवेश
Nifty 50 Shariah: भारत में स्टॉक एक्सचेंज एक अलग इंडेक्स चलाते हैं जहां मुस्लिम समुदाय के लोग खुलकर निवेश कर सकते हैं और उनको शरिया कानूनों या नियमों के उल्लंघन का डर नहीं होता.
Nifty 50 Shariah Index: भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और यहां कई धर्मों के लोग रहते हैं. देश में बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी रहती है लेकिन भारत के शेयर बाजार की तेजी का कितना फायदा ये समुदाय उठा पा रहा है, इसको लेकर कोई स्पष्ट रिपोर्ट नहीं है. क्या आप जानते हैं कि कई बार मुस्लिम निवेशक शेयर बाजार में निवेश करने से कतराते हैं क्योंकि शरिया कानून या शरिया से जुड़े नियमों की वजह से इनके सामने पाबंदियां हैं. हालांकि भारत में स्टॉक एक्सचेंज एक अलग इंडेक्स चलाते हैं जहां मुस्लिम समुदाय के लोग खुलकर निवेश कर सकते हैं और उनको शरिया कानूनों या नियमों के उल्लंघन का डर नहीं होता.
निफ्टी 50 शरिया इंडेक्स
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी निफ्टी एक अलग इंडेक्स चलाता है जहां आप शरिया के नियमों का उल्लंघन किए बिना रिटर्न हासिल कर सकते हैं. इसे निफ्टी 50 शरिया कहा जाता है. निफ्टी शरिया इंडेक्स इंवेस्टर्स को शरिया अनुरूप इंवेस्टमेंट सॉल्यूशंस देने के लिए डिजाइन किया गया है. शरिया कंप्लाइंस के लिए निफ्टी 50 इंडेक्स के मौजूदा घटकों की जांच की जाती है और ये स्टॉक निफ्टी 50 शरिया इंडेक्स बनाते हैं. शरिया कानून के मुताबिक किसी भी निवेश में ब्याज हासिल करना मुस्लिमों के लिए हमेशा से हराम माना गया है. यह एक बड़ी वजह है जिसके चलते कई मुस्लिम बैंकिंग सिस्टम या स्टॉक मार्केट से दूर रहना चाहते हैं.
कब आए शरिया कंप्लाइंस वाले इंडेक्स
भारत में शरिया-अनुपालन इंडेक्स लगभग 15 सालों से काम कर रहे हैं. एनएसई के शरिया इंडेक्स को साल 2008 में लॉन्च किया गया था. यहां आप निफ्टी 50 शरिया इंडेक्स की खासियतें जान सकते हैं.
निफ्टी 50 शरिया इंडेक्स की खासियत
- निफ्टी 50 शरिया इंडेक्स की खासियत है कि इसमें जो 50 कंपनियां शामिल की गई हैं वो पूरी तरह शरिया के नियमों का पालन करती हैं.
- शरिया के नियमों के तहत मुस्लिम समुदाय में शराब पीना गलत है तो शरिया इंडेक्स में अल्कोहल बेचने वाली कंपनियों को शामिल नहीं किया गया है.
- ये सभी शरिया-अनुपालन वाले कंपनियां हैं लेकिन इसमें निवेशक के लिए मुस्लिम होना अनिवार्य नहीं है.
- जो मुस्लिम शरिया कंप्लायंट कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं वो इस इंडेक्स में शामिल कंपनियों के शेयरों में सीधा इंवेस्ट कर सकते हैं.
कैसे शामिल होती हैं शरिया इंडेक्स में कंपनियां
एक्सचेंज में लिस्टेड होने से पहले इन कंपनियों की एक अधिकृत बोर्ड जांच करता है. शरिया इंडेक्स में कंपनियों को शामिल करने के लिए स्क्रीनिंग करने वाले बोर्ड को भी मुस्लिम पर्सनल लॉ या शरिया को कंट्रोल करने वाले कुरान के सिद्धांतों का अच्छी तरह पता होना चाहिए.
कितने तरह के शरिया इंडेक्स हैं भारत में
भारत में चार मुख्य इंडेक्स हैं जो शरिया कानून का पालन करने वाली कंपनियों को इंडेक्स करते हैं. इनके नाम एसएंडपी बीएसई 500 शरिया इंडेक्स, बीएसई टैसिस शरिया 50 इंडेक्स, निफ्टी 500 शरिया इंडेक्स और निफ्टी 50 शरिया इंडेक्स हैं.
शरिया इंडेक्स में कौन सी कंपनियां नहीं आ सकती?
गैर-हलाल खाने-पीने के सामान बनाने वाली कंपनियां, शराब, तंबाकू जैसी नशे के उत्पादन, सेल्स और डिस्ट्रीब्यूशन में शामिल कंपनियों को शरिया इंडेक्स में लिस्टेड नहीं किया जाता है. गैर-हलाल प्रोडक्ट्स और जुआ समेत मनोरंजन फैसिलिटी देने वाले होटल और रेस्तरां को लिस्टिंग से दूर रखा जाता है.
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