Nifty IT Index: 2 दिन में 2300 अंक चढ़ा निफ्टी आईटी इंडेक्स, जानिए आईटी शेयरों में क्यों आ रही है जबरदस्त रैली?
IT Stocks Rally: आईटी शेयरों में पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त रैली देखने को मिल रही है. निफ्टी का आईटी इंडेक्स 2 ही दिन में 2300 अंक चढ़ गया है...
आईटी शेयरों में पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त रैली देखने को मिल रही है. लगभग सारे प्रमुख आईटी स्टॉक्स लगातार चढ़ते जा रहे हैं. आईटी कंपनियों के डेडिकेटेड इंडेक्स निफ्टी आईटी की उड़ान से भी इस बात का साफ पता चल रहा है, जो पिछले 2 दिन में ही 2,300 अंकों की छलांग लगा चुका है.
नए रिकॉर्ड स्तर पर आईटी इंडेक्स
निफ्टी आईटी इंडेक्स लगातार दो दिन से नए हाई लेवल का रिकॉर्ड बना रहा है. गुरुवार को यह इंडेक्स जहां 33,260 अंक तक चढ़ा था, सप्ताह के अंतिम दिन यानी शुक्रवार को यह और उछलकर 35,655 अंक पर पहुंच गया, जो निफ्टी आईटी इंडेक्स का नया शिखर है. बीएसई का आईटी इंडेक्स भी इसी तरह से चढ़ रहा है. शुक्रवार को यह इंडेक्स 1,536.99 अंक यानी 4.41 फीसदी चढ़कर 36,375 अंक के पार निकल गया. बीएसई पर 10 आईटी शेयरों में शुक्रवार को 5-5 फीसदी से ज्यादा तेजी दर्ज की गई.
शुक्रवार को 10 शेयरों में 5-5 फीसदी तक तेजी
अभी सभी आईटी शेयरों में जमकर लिवाली देखी जा रही है. बीएसई पर देखें तो सप्ताह के अंतिम दिन इंफोबीन और जेनसर टेक के शेयरों में 10-10 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई. एक्सचेंज, मैस्टेक, एचसीएल टेक, परसिस्टेंट, टीसीएस, इंफोसिस, 3 इंफोटेक और न्यूक्लियस के शेयरों में 5-5 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई.
व्यापक है आईटी शेयरों की रैली
सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस का शेयर शुक्रवार को नए उच्च स्तर पर पहुंच गया. एनएसई पर इसका भाव 3,840 रुपये तक गया. इंफोसिस दो दिन में 120 रुपये बढ़कर 1,569 रुपये पर पहुंच गया. शुक्रवार को एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा और विप्रो के शेयर भी 52-सप्ताह के अपने नए पीक पर पहुंच गए. इन तीनों शेयरों के भाव क्रमश: 1,482.35 रुपये, 1,324.80 रुपये और 449.50 रुपये हो चुके हैं. इस तरह देखें तो आईटी शेयरों की रैली काफी ब्रॉड बेस्ड है. यह सिर्फ बड़े शेयरों या चुनिंदा शेयरों तक सीमित नहीं है.
इन कारणों से मिल रहा है सपोर्ट
आईटी शेयरों की इस शानदार रैली का कारण जुड़ा है अमेरिका से, जहां सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने दिसंबर बैठक में आगे ब्याज दरों को कम करने का इशारा किया है. फेडरल रिजर्व ने साफ कर दिया है कि ब्याज दरों को बढ़ाने का दौर अब समाप्त हो चुका है. अगले साल फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को कम करने की राह पर चल सकता है. इसके अलावा डॉलर की मजबूती और रुपये की नरमी ने भी आईटी शेयरों को सपोर्ट किया है.
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