Glenmark Life Sciences: निरमा ग्रुप ने फार्मास्युटिकल कंपनी ग्लेनमार्क की ईकाई ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज में 75 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है. यह डील 615 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 5,651 करोड़ रुपये में हुई है. 7,500 करोड़ रुपये के इंटरप्राइस वैल्यू पर ये दोनों कंपनियों के बीच समझौता हुआ है. 


निरमा (Nirma Group) सेबी के नियमों के अनुसार सभी सार्वजनिक शेयरधारकों के लिए एक अनिवार्य खुली पेशकश करेगा. ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज की मूल कंपनी ग्लेनमार्क फार्मा इस डील के बाद ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज में 7.84 प्रतिशत का मालिक होगी. 


क्यों ग्लेनमार्क फॉर्मा कर रहा ये डील 


ग्लेनमार्क फॉर्मा पर कर्ज का दबाव है, जिसे कम करने के लिए कंपनी ने यह कदम उठाया है. यह डील निरमा का फॉर्मा सेक्टर में पकड़ को मजबूत करेगा. एक अधिकारी के मुताबिक, ग्लेनमार्क लाइफ के लिए एक स्वतंत्र विकास पथ को आकार देने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. यह सौदा कंपनी और ब्रांड को मजबूत करने में मुख्य भूमिका निभाएगी. 


इस डील को लेकर ग्लेनमार्क फॉर्मा के अधिकारी ने कहा यह निरमा समूह के लिए फार्मा में एक बड़ा कदम है. उन्होंने कहा कि वे कई कारोबार में सफल रहे हैं और उम्मीद है कि वे आगे भी विस्तार करने पर फोकस करेंगे. ग्लेनमार्क फॉर्मा से जुड़े अधिकारी ने कहा कि जैसे ट्रांजेक्शन बंद हो जाएगा ग्लेनमार्क फार्मा नेट कैश पॉजिटिव होगी. 


क्या करती है निरमा समूह 


इस अधिग्रहण के साथ डॉ. करसनभाई पटेल द्वारा स्थापित अहमदाबाद मुख्यालय वाले निरमा समूह ने एपीआई सेगमेंट में प्रवेश किया है. कंपनी ने इंजेक्शन, पैरेंटल और नेत्र संबंधी प्रोडक्ट समेत फार्मा में मौजूदगी स्थापित की है. कंपनी का सालाना कारोबार 2.5 बिलियन डॉलर से अधिक है और औद्योगिक रसायन, डिटर्जेंट, साबुन, सीमेंट और रियल एस्टेट कारोबार में है. 


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