नीता अंबानी देश-विदेश में जानी-पहचानी नाम हैं. चाहे बात बिजनेस के गालियारे में हो या ग्लैमर से लेकर खेल के मैदान में चर्चा की जाए, नीता अंबानी हर जगह प्रॉमिनेंट फिगर बनकर उभरती हैं. उन्होंने देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की पत्नी होने के अलावा अपने दम पर अपनी स्वतंत्र पहचान भी बनाई है. आइए आज उनके जन्मदिन के मौके पर बिजनेस से लेकर सोशल वर्क तक में उनके योगदान और पहचान के बारे में जानते हैं.


रिलायंस फाउंडेशन की करती हैं अगुवाई


सबसे पहले बात सोशल वर्क की. नीता अंबानी दुनिया के सबसे बड़े सामाजिक कार्य संगठनों में से एक रिलायंस फाउंडेशन की अगुवाई करती हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी है और सबसे बड़े कॉरपोरेट घरानों में उसकी गिनती होती है. रिलायंस फाउंडेशन उसकी सीएसआर यानी कॉरपोरेट सामाजिक काम करने वाली इकाई है. नीता अंबानी कई सालों से रिलायंस फाउंडेशन के कामकाज को संभाल रही हैं. दरअसल नीता अंबानी ही रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर भी हैं.


चंद रोज पहले मिला ये अवार्ड


इसी एक बानगी हाल ही में देखने को मिली, जब चंद रोज पहले यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम ने सामाजिक कार्यों के लिए नीता अंबानी को सम्मानित किया. फोरम के चेयरमैन जॉन चैंबर्स ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कारोबार जगत के कई प्रमुख प्रतिनिधियों और भारत सरकार के कई शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में नीता अंबानी को अवार्ड दिया.




यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम ने बताया कि नीता अंबानी की अगुवाई में रिलायंस फाउंडेशन ने शिक्षा, कला, खेल और स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से लाखों भारतीयों के जीवन को प्रभावित किया है. फोरम के अनुसार, नीता अंबानी सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने वाली एक बिजनेस लीडर हैं. उनका काम विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण और बच्चों के हितों के लिए होता है. लिंग विभाजन को पाटने और भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था में महिलाओं के योगदान को बढ़ाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है.


करोड़ों लोगों के जीवन पर असर


इस मौके पर खुद नीता अंबानी ने बताया कि रिलायंस फाउंडेशन के जरिए 7 करोड़ 10 लाख से अधिक लोगों के जीवन पर सकारात्मक असर डाला गया है. उन्होंने कहा कि उनकी रिलायंस फाउंडेशन कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के लिए मानक स्थापित करने से बहुत पहले से कॉरपोरेट मोरल रिस्पॉन्सिबिलिटी को पूरा करती आ रही है.


आर्ट एंड कल्चर पर खूब रहा फोकस


नीता अंबानी के कार्यों का दायरा काफी विस्तृत है. उन्होंने सामाजिक कार्यों (सीएसआर) के अलावा खेल, कला और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में भी अहम योगदान दिया है. उन्हें हाल ही में मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट, न्यूयॉर्क के बोर्ड में मानद ट्रस्टी बनाया गया है, जो एक तरह से कला और संस्कृति में नीता अंबानी के महत्वपूर्ण योगदानों को मान्यता प्रदान करना है. इससे पहले पिछले साल मुंबई में नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर की शुरुआत की गई, जो आर्ट एंड कल्चर के क्षेत्र पर फोकस्ड है.


खेल के मैदान में नीता अंबानी का योगदान


नीता अंबानी की अगुवाई में रिलायंस फाउंडेशन ने देश में खेलों के लिए भी बेहतरीन काम किया है. भारत में युवा एथलीटों को जमीनी स्तर पर और साथ ही वैश्विक स्तर पर चमकाने में फाउंडेशन ने सहायता की है. नीता अंबानी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) में भारत की प्रतिनिधि भी हैं. उन्होंने हाल ही में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया, जिसने चार दशकों के बाद भारत में 141वें आईओसी सत्र की मेजबानी का अधिकार हासिल किया. यह आयोजन अक्टूबर 2023 में मुंबई में हुआ. इससे 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी का अधिकार हासिल करने की भारत की उम्मीदों को बल मिला है.


नीता अंबानी की अगुवाई वाले वेंचर


सीएनबीसी टीवी18 की एक रिपोर्ट बताती है कि नीता अंबानी की नेटवर्थ अभी 2.8 बिलियन डॉलर से 3 बिलियन डॉलर है. वह कई बड़े वेंचर की अगुवाई करती हैं. रिलायंस फाउंडेशन के अलावा वह महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाली डिजिटल मूवमेंट हर सर्कल की अगुवाई करती हैं. वह आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस की को-ऑनर हैं. फुटबॉल टूर्नामेंट इंडियन सूपर लीग लॉन्च करने वाली फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड की फाउंडर चेयरपर्सन भी नीता अंबानी ही हैं. वह 2003 में स्थापित धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की फाउंडर व चेयरपर्सन हैं.


220 करोड़ रुपये वाली बर्थडे पार्टी


कुछ मौकों पर नीता अंबानी के जन्मदिन को बड़े भव्य तरीके से मनाया गया है. अभी से 10 साल पहले 2013 में जब वह 50 साल की हुई थीं, तो उनका जन्मदिन मनाने में करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे. डीएनए की एक रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के जोधपुर में मनाए गए जन्मदिन समारोह पर कुल 220 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. उस मौके पर एआर रहमान से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक ने परफॉर्म किया था. करीब 250 मेहमानों को लाने-ले जाने के लिए 32 चार्टर्ड विमान तैनात किए गए थे.


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