अक्सर ऑनलाइन खरीदारी के वक्त No Cost EMI का आपको विकल्प मिलता है. उसे Zero Cost EMI या फिर Zero Percent EMI भी कहा जाता है.


कंपनियां ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए एकमुश्त रकम की चिंता से दूर कर EMI की सुविधा देती हैं. ऑनलाइन के अलावा इलेक्ट्रॉनिक सामानों की खरीदारी पर भी शो रूम में ये सुविधा दी जाती है. ऐसे में ये जानना जरूरी होता है कि क्या ये EMI सचमुच में No Cost EMI है या फिर मात्र छलावा. कुछ बातों का ध्यान रखकर आप Zero Cost EMI की धोखाधड़ी से बच सकते हैं. RBI के एक पुराने सर्कुलर में No Cost EMI की आड़ में ग्राहकों से कुछ सेवा एंव शर्तें छिपाए जाने की बात कही जा चुकी है. मान लीजिए आपको 20 हजार कीमत का एक फोन खरीदना है. ऑनलाइन सर्च के दौरान No Cost EMI के तहत 20 हजार की रकम का प्रति महीने 1667 रुपये 12 महीनों के लिए EMI बांधा जाता है. आप 12 को 1667 से गुणा करेंगे तो जवाब 20 हजार 4 रुपये आएगा. बिना ब्याज दिए ये अच्छा विकल्प माना जाता है.


दूसरा विक्लप होता है 1834 रुपये प्रति महीने के हिसाब से 12 महीने भरने पर 22 हजार 8 रुपये देना होता है. मगर उसके साथ 2 हजार डिस्काउंट की पेशकश मिलती है. इस तरह आपको डिस्काउंट का फायदा लेने पर 20 हजार रुपये ही अदा करने पड़ेंगे. ऑफलाइन में मोल-भाव कराकर आपको 20 हजार की कीमत वाला फोन 19 हजार रुपये में मिल जाते हैं. ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों में सबसे अच्छा विकल्प ऑनलाइन का है. इसलिए कि आपको EMI पर ब्याज नहीं भरना पड़ रहा है और दूसरा फायदा एकमुश्त रकम नहीं रहने पर भई आप फोन के मालिक बन सकते हैं. मगर इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखा जाए.


No Cost EMI बेहतर है विकल्प 


खरीदारी करते वक्त मॉडल का ध्यान रखना जरूरी हो जाता है. हो सकता है फोन का कोई नया मॉडल आनेवाला हो. जिसमें नए प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया हो. एक नुकसान ये है कि क्रेडिट कार्ड से एक सामान लेने पर कई सामान खरीदने की लालच बढ़ जाती. अगर आप No Cost EMI का विकल्प लेने जा रहे हैं तो अकाउंट में पर्याप्त रकम होने को सुनिश्चित कर लें. जिससे आपको भारी पेनाल्टी न भरना पड़े. एक खतरा बैंक के फोन करने का भी हो सकता है. बैंक खरीदारी की पुष्टि करने के नाम पर आपको एक और EMI का विकल्प बता देता है. अब आप उस समय ये हिसाब लगा नहीं पाएंगे कि ब्याज दर भी लग सकती है.


खरीदारी से पहले बरतें सावधानी


कर्मचारी ये नहीं बताएगा कि छह महीने की No Cost EMI है. कर्मचारी सिर्फ No Cost EMI पर कुल अदायगी की मोटी-मोटी रकम के बारे में बताएगा. विकल्प का फायदा उठाने पर हो सकता है पहले महीने बैंक आपसे कुछ ब्याज न वसूले. लेकिन बाद में ऊंची दर पर ब्याज वसूलना शुरू कर देगा. लिहाजा आप कर्मचारी के झांसे में न आएं. खुद को धोखाधड़ी से बचा है तो उससे ईमेल पर सेवा एवं शर्तों को भेजने को कहें. बिना सेवा एवं शर्तें जाने फोन पर कर्मचारी को EMI करने की कभी मान्यता नहीं दें.


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