नई दिल्ली: सरकार ने आज संसद में बताया कि नोटबंदी के बाद असली दिखने वाले कोई जाली भारतीय करेंसी नोट बरामद नहीं हुए हैं. हालांकि नोटबंदी के बाद भारी मात्रा में 2000 और 500 के नकली नोट बरामद होने की खबरें लगातार आती रहीं लेकिन ये नोट एकदम असली जैसे नहीं दिखते थे और जांच में आसानी से पकड़ आ गए थे. यानी नोटबंदी के बाद नए नोटों के सिक्योरिटी फीचर्स में जालसाज सेंध नहीं लगा पाए.


नकली नोट बरामद पर असली जैसी नकल नहीं
वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हाल ही में भारत बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ और एनआईए ने 2000 रुपये करेंसी के जाली भारतीय करेंसी नोट जब्त किए गए. फॉरेन्सिक लैब ने इन नोटों की प्रिंटिग में स्टाम्प पेपर का इस्तेमाल किए जाने की जानकारी दी थी. उन्होंने बताया कि इन नोटों को स्कैन या फोटोकॉपी किया गया है. विशेष पैरामीटर की जांच से पता चलता है कि ये नोट घटिया क्वालिटी के हैं.


अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि नोटबंदी के बाद असली दिखने वाले कोई जाली भारतीय करेंसी नोट बरामद नहीं हुए हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने देश में जाली भारतीय करेन्सी नोटों की तस्करी और परिचालन पर रोक लगाने और आतंकवाद की फंडिग को खत्म करने के लिए कई उपाय किए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि जाली करेंसी नोटों की स्मगलिंग रोकने और आगे सावधानी के उपाय करने के लिए भारत और बांग्लादेश के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं.


नए नोटों के सिक्योरिटी फीचर्स जबर्दस्त
तो माना जा सकता है कि सरकार ने जो नए नोट चलन में लाए उनके सिक्योरिटी फीचर्स इतने जबर्दस्त थे कि उनकी नकल करना मुश्किल रहा जैसा कि सरकार ने दावा किया था. नोटबंदी के बाद 500 और 2000 के नए नोटों को सामने लाने के बाद सरकार ने दावा किया था कि इन नोटों की नकल करना बेहद मुश्किल है.