(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
LTCG Tax Update: सरकार ने लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स खत्म करने से किया इंकार, संसद में दी जानकारी
LTCG Tax Update: इक्विटी शेयरों म्यूचुअल फंड्स में निवेश पर लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स को खत्म करने की केंद्र सरकार की कोई योजना नहीं है. टैक्स की अवधि को दो साल करने का भी उसका कोई इरादा नहीं है.
Long Term Capital Gain Tax Update: इक्विटी शेयरों और म्यूचुअल फंड्स में निवेश पर लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स (Long Term Capital Gains Tax) को खत्म करने की केंद्र सरकार की कोई योजना नहीं है. वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने मंगलवार को संसद में एक लिखित सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है. सरकार ने संसद को बताया कि म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) और इक्विटी (Equities) के लिए LTCG टैक्स की अवधि को एक साल से बढ़ाकर दो साल करने का भी उसका कोई इरादा नहीं है.
LTCG अवधि को दो साल करने की योजना नहीं
राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने सरकार से संसद में पूछा था कि क्या वह म्यूचुअल फंड और इक्विटी पर LTCG अवधि को एक साल से बढ़ाकर दो साल करेगी और कोरोना के बाद अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने और रिकवरी की गति को तेज करने के लिए LTCG टैक्स को खत्म करने पर सोच रही है? इस पर सरकार ने कहा, "इस तरह के किसी भी प्रस्ताव पर विचार विमर्श नहीं किया जा रहा है.
आपको बता दें लिस्टेड इक्विटी शेयरों को बेचने पर मिलने वाले लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेंस को अप्रैल 2018 में टैक्स के दायरे में लाया गया था. अगर किसी निवेशक ने किसी कंपनी के शेयर को एक साल या उससे अधिक समय तक होल्ड किया है, तो उसे लॉन्ग-टर्म माना जाएगा. लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स, लिस्टेड कंपनियों के शेयरों को बेचने पर मिलने वाले मुनाफे को कहते हैं. इक्विटी में निवेश पर शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स भी लगता है. इसे 12 महीने से कम अवधि में बेचे जाने वाले शेयरों पर 15 पर्सेंट की दर से लगाया जाता है. अप्रैल 2018 से पहले शेयरों में निवेश से मिलने वाले लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन्स पर टैक्स नहीं लगता था.
सरकार ने 2018-19 से 2020-21 तक LTCG टैक्स से मिली रेवेन्यू की जानकारी दी है. सरकार ने बताया कि असेसमेंट ईयर 2018-19 में उसने LTCG टैक्स 1,222 करोड़ रुपये कमाए थे. इसी तरह असेसमेंट ईयर 2019-20 और 2020-21 में 3,460 करोड़ रुपये और 5,311 करोड़ रुपये कमाए हैं.
ये भी पढ़ें